सोने पर सियासत, गैंगस्टरों से पंगा और पुरानी रंजिश, पुलिस ने सुलझा दी BSP नेता आर्मस्ट्रांग मर्डर केस की गुत्थी
आर्मस्ट्रांग अपने साथियों और समर्थकों से अपने पेरांबुर स्थित अपने आवास पर बातचीत कर रहे थे, तभी कुछ हमलावर आए और उन पर चाकू और दरांती लेकर हमला बोल दिया. हमलावरों ने इतने नृशंस तरीके से उन पर हमला बोला कि उन्होंने दम तोड़ दिया. हमला करने के तत्काल बाद अपराधी बाइक पर सवार होकर फरार हो गए थे.
तमिलनाडु में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के प्रदेश अध्यक्ष आर्मस्ट्रांग की हत्या पर हंगामा भड़का है. आर्मस्ट्रांग युवाओं में बेहद लोकप्रिय थे, उनके समर्थकों में हत्या के बाद से ही आक्रोश है. समर्थक धरने पर बैठे हैं और हत्या में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने की मांग उठा रहे हैं. अब पुलिस का दावा है कि उनकी हत्या, गैंगस्टर आर्कोट सुरेश की हत्या के प्रतिशोध में की गई है. पेरंबूर में जब वे अपने समर्थकों और मित्रों के साथ बातचीत कर रहे थे, तभी 6 लोगों का एक समूह आया और उन पर चाकू-दरांती लेकर हमला बोल दिया.
शुक्रवार शाम हुई इस हत्या को लेकर देशभर में दलित समुदाय में आक्रोश है. आर्मस्ट्रांग की उम्र 47 साल थी. आर्कोट सुरेश का पेरंबूर में दबदबा था लेकिन उसके संबंध कभी आर्मस्ट्रांग के साथ ठीक नहीं रहे. सुरेश भी दलित से ही आते थे. सुरेश ने एक फंड स्कैम में शामिल एक होल्ड ट्रेडिंग कंपनी को सुरक्षा दे रहा था. सितंबर 2020 और मई 2022 के बीच 1 लाख से ज्यादा जमाकर्ताओं के साथ 2,438 करोड़ रुपये की ठगी की गई थी.
कैसे सुलझी मर्डर मिस्ट्री?
अधिकारियों का कहना है कि आर्मस्ट्रांग ने घोटाले में पैसा गंवाने वाले लोगों के हक में आवाज उठाई थी. उन्होंने कहा था कि जितना उन्होंने निवेश किया है, उतनी रकम उन्हें मिल जाएगी. इसके बाद ही दोनों के बीच तकरार बढ़ गई थी.
सुरेश की हत्या जयपाल गैंग ने की थी. पुलिस के मुताबिक हमलावरों का कहना है जयपाल ने आर्मस्ट्रांग के कहने पर सुरेश की हत्या की थी. जयपाल, खुद जेल में है. उसके खिलाफ भी निवेशकों से पैसे वापस देने के नाम पर कमीशन खाने के आरोप हैं.
आर्मस्ट्रांग की हत्या में सुरेश के भाई बालू को गिरफ्तार किया गया है. बालू के खिलाफ 3 केस दर्ज हैं. बालू ही आर्मस्ट्रांग को मारने वाले गैंग का सूत्रधार था. चेन्नई सिटी पुलिस ने इस केस में अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया है.
कौन कौन हुए हैं गिरफ्तार?
सुरेश के भाई पोन्नाई वी बालू, डी रामू, के थिरुवेंगटम, एस थिरुमलाई, डी सेल्वराज, जी अरुल, के मणिवन्नन और जे संतोष के साथ पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद मोबाइल नंबर, फोन लोकेशन और रजिस्ट्रेशन नंबर के जरिए उन्हें धर दबोचा.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि हमलावरों ने खुद ही आत्मसमर्पण कर दिया था क्योंकि उन्हें एनकाउंटर का डर सता रहा था. अगर पुलिस उन्हें पकड़ती तो एनकाउंटर हो सकता था. पुलिस को शक है कि गैंगस्टर नागेंद्रन ने हत्याकांड में बालू की मदद की है.
कब हुआ था हमला?
शुक्रवार की रात आर्मस्ट्रांग अपने घर के पास दोस्तों और समर्थकों के साथ बातचीत कर रहे थे, तभी उन पर चाकू और दरांती लेकर हमलावरों ने धावा बोल दिया. दोस्त वहां से भाग गए और परिवार के लोग चीख सुनकर बाहर आए. वे खून से सने हुए थे. सिर और गर्दन पर चाकू के गहरे जख्म थे. जब तक उन्हें लेकर परिजन अस्पताल पहुंचते, मौत हो चुकी थी.
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शनिवार को कहा, 'पुलिस ने कल रात हत्या के पीछे शामिल लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. मैं उनके परिवार के सदस्यों और पार्टी के लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.' बीएसपी चीफ मायावती और उनके उत्ताराधिकारी आकाश आनंद भी आर्मस्ट्रांग को श्रद्धांजलि देने के लिए तमिलनाडु जाएंगे. बसपा कार्यकर्ताओं ने राजीव गांधी सरकारी अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस के बाद हंगामा किया. उन्होंने मांग की है कि इस केस की सीबीआई छानबीन करे.