BJP ने लोकसभा चुनाव में क्यों बुला लीं विदेश की दो दर्जन पार्टियां? पाक, चीन को रखा किनारे, आखिर क्या है प्लान?
Lok Sabha Election 2024: इस साल के आम चुनाव में बीजेपी ने दुनियाभर के 25 देशों के राजनीतिक दलों को भी न्योता भेजा है कि वे भारत आएं और यहां की चुनावी प्रक्रिया को पास से देखें.
मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार के नए-नए तरीके ईजाद करने के लिए जाना जाता है. लोकसभा चुनाव में पूरा दमखम लगाकर उतरी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) एक विदेशी दांव खेल रही है. डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में नारेबाजी करवा चुके नरेंद्र मोदी की पार्टी बीजेपी अब 25 विदेशी राजनीतिक दलों को भारत बुला रही है. बीजेपी का कहना है कि इन पार्टियों को भारत का लोकतंत्र और चुनावी प्रक्रिया देखने को बुलाया जा रहा है. जिन देशों को बुलाया गया है उनमें चीन, पाकिस्तान और अमेरिका के एक भी दल शामिल नहीं हैं. वहीं, यूके की कंजर्वेटिव और लेबर पार्टी के साथ-साथ जर्मनी की पार्टियों को भी बुलाया गया है.
दुनिया के लोकतांत्रिक देशों में से एक भारत का आम चुनाव हर बार आकर्षण का केंद्र होता है. इस बार भी लगभग 97 करोड़ मतदाता लोकसभा चुनाव में अपना वोट डालने के योग्य हैं. मतदाताओं की संख्या के हिसाब से देखें तो दुनियाभर में इतना बड़ा लोकतंत्र कहीं नहीं है. ऐसे में सत्ताधारी बीजेपी विदेशी पार्टियों को भी 'भारत का लोकतंत्र' दिखाना चाहती है.
अमेरिका को क्यों नहीं मिला न्योता?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी ने कुल 25 विदेशी दलों को भारत के लोकसभा चुनाव के दौरान यहां आने और चुनावी प्रक्रिया देखने का न्योता दिया है. इसमें से 13 देशों ने भारत आने की बात स्वीकार भी कर ली है. हालांकि, अमेरिका की किसी भी पार्टी को न्योता नहीं दिया गया है. इसके पीछे बीजेपी का तर्क है कि अमेरिका के दल राष्ट्रपति चुनाव में व्यस्त हैं और उनका सिस्टम भी भारत या यूरोप की पार्टियों के जैसा नहीं है.
अमेरिका के अलावा, पाकिस्तान के किसी भी दल को नहीं बुलाया गया है. पाकिस्तान के अलावा चीन की सत्ताधारी पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन को भी न्योता नहीं भेजा गया है. बांग्लादेश की शेख हसीना की अगुवाई वाली अवामी लीग को ही न्योता भेजा गया है. नेपाल और श्रीलंका की लगभग सभी पार्टियों को न्योता भेजा गया है. बीजेपी को उम्मीद है कि तीसरे या चौथे चरण के चुनाव के समय इन पार्टियों के प्रतिनिध भारत आ सकते हैं.
क्या राजनीतिक लाभ उठाएगी बीजेपी?
पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली बीजेपी को देखें तो यह साफ है कि कुछ भी बिना मकसद नहीं किया जाता है. ऐसे में संभव है कि पीएम मोदी की रैलियों में भी इन विदेशी पार्टियों के प्रतिनिधियों को बुलाया जाए. इन प्रतिनिधियों को कुछ लोकसभा क्षेत्रों में भी घुमाया जा सकता है, जहां इन्हें चुनावी प्रक्रिया दिखाई जाएगी.
इससे पहले भी 'बीजेपी को जानें' कैंपेन के तहत तमाम गैरराजनीतिक शख्सियतों, दूसरे देशों के राजदूतों और अन्य नेताओं से भी बीजेपी संपर्क साध चुकी है. इतना ही नहीं, कुछ देशों के जनप्रतिनिधियों को बीजेपी के दफ्तर भी बुलाया जा चुका है. ऐसे में इतना तो साफ है कि बीजेपी और नरेंद्र मोदी इसका राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश जरूर करेंगे. हालांकि, यह समय बताएगा कि इन विदेशी प्रतिनिधियों का इस्तेमाल कैसे किया जाता है.