नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से जम्मू-कश्मीर में दशकों की अस्थिरता के लिए जवाहर लाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराये जाने के राहुल गांधी ने पलटवार किया था. अब इस मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गयी है. केंद्रीय खेल और सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मुद्दे को लेकर क्रांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा.
अनुराग ठाकुर ने बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा "इतिहास पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस पार्टी को कभी माफ नहीं करेगा. राजनीतिक फायदे के लिए कांग्रेस ने देश को जो घाव दिए, इतिहास उसका गवाह है. वह सरदार वल्लभभाई पटेल ही थे, जिन्होंने देश के पहले गृह मंत्री के रूप में 553 रियासतों को एकजुट किया और एक मजबूत देश के निर्माण की नींव रखी. प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में भारत ने जम्मू-कश्मीर में 45,000 सैनिकों और लोगों को खो दिया. अनुच्छेद 370 और 35ए देश पर गहरे घावों की तरह मौजूद थे."
#WATCH | Delhi: Union Minister Anurag Thakur says, "History will never forgive former PM Jawaharlal Nehru and the Congress party...The history is witness to the wounds inflicted by Congress on the country for political benefits..." https://t.co/IFmoEePze2 pic.twitter.com/lmDiUNhlGt
— ANI (@ANI) December 13, 2023
अनुराग ठाकुर ने अपने बयान में आगे कहा "मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि वह 45,000 लोगों की मौत के लिए किसे जिम्मेदार मानते हैं. चीन ने 1962 के युद्ध के दौरान 40,000 से अधिक वर्ग किमी हमारी भूमि पर कब्जा कर लिया. 3000 से अधिक सैनिकों ने अपनी जान गंवा दी. इसके लिए कौन जिम्मेदार था? अगर प्रधानमंत्री नेहरू ने 1947 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध के दौरान शीघ्र युद्धविराम नहीं बुलाया होता तो पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भारत का हिस्सा होता. कांग्रेस को अपनी गलतियों को छिपाने और इतिहास में गलतियां ढूंढने की कोशिश नहीं करनी चाहिए."
'अमित शाह इतिहास से अनभिज्ञ, इसे दोबारा लिखने की आदत..'
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर से संबंधित दो मसौदा कानूनों पर राज्यसभा में बहस के दौरान नेहरू की आलोचना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री पर हमला बोला था. उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा "अमित शाह इतिहास से अनभिज्ञ हैं और उन्हें इसे दोबारा लिखने की आदत है. पंडित नेहरू ने भारत के लिए अपनी जान दे दी, वह वर्षों तक जेल में रहे. अमित शाह जी हमारे इतिहास से अनजान हैं. हालांकि मैं उनसे हमारे इतिहास को जानने की उम्मीद नहीं करता. आज देश के सामने बुनियादी मुद्दे 'जाति आधारित जनगणना' हैं और जनता के पैसे से किसे फायदा हो रहा है. वे इन मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहते हैं और उनसे भागना चाहते हैं. हम इन मुद्दों को आगे बढ़ाएंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि गरीबों को वह हक मिले जिसके वे हकदार हैं."