हाल ही में दिल्ली के विवेक विहार इलाके में मौजूद न्यू बॉर्न बेबी केयर अस्पताल में आग लगने के बाद 6 नवजातों की मौत हो गई थी. इस मामले में जांच शुरू हो गई है. आज खुद शाहदरा की जिलाधिकारी रिशिता गुप्ता घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचीं. इस केस में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अस्पताल के मालिक को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. रिशिता गुप्ता ने इस मामले में कहा है कि अभी तो सिर्फ मलबा ही मिला है लेकिन जांच की जा रही है कि किस वजह से यह हादसा हुआ. उन्होंने यह भी बताया कि बाकी के अस्पतालों को लेकर भी पता लगाया जा रहा है कि कहां-कहां पर लाइसेंस को लेकर समस्याएं हैं.
रिशिता गुप्ता मौजूदा समय में दिल्ली के शाहदरा जिले की जिलाधिकारी हैं, ऐसे में यह अस्पताल भी उन्हीं के कार्यक्षेत्र में आता है. मामले की गंभीरता को देखते हुए वह खुद घटनास्थल की जांच करने पहुंचीं थीं. उन्होंने बताया है कि इस घटना को लेकर सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं और उसी के हिसाब से आगे कुछ बताया जाता है. हालांकि, रिशिता गुप्ता के सामने आते ही एक बार फिर उनके संघर्षों की कहानी सामने आ गई है.
#WATCH | Delhi: Fire incident at a New Born Baby Care Hospital in Vivek Vihar: Shahdara DM Rishita Gupta arrives at the spot
— ANI (@ANI) May 28, 2024
A massive fire broke out here on May 25 claiming the lives of 6 newborn babies and several others injured. pic.twitter.com/rcr6nex4ZU
रिशिता गुप्ता साल 2018 बैच की IAS अधिकारी हैं. 2018 में हुई UPSC परीक्षा में रिशिता ने 18वीं रैंक हासिल की थी. 12वीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान कैंसर की वजह से अपने पिता को खोने वाली रिशिता ने दुखों को अपनी पढ़ाई के आड़े नहीं आने दिया. शुरुआत में मेडकल फील्ड में जाने की कोशिशों में लगीं रिशिता को भी शायद एहसास नहीं था कि एकदिन उन्हें देश की सेवा दूसरे माध्यम से करनी है.
रिशिता ने अंग्रेजी साहित्य से ग्रेजुएशन किया क्योंकि मेडिकल में एडमिशन के लिए उनके पर्याप्त नंबर नहीं आए. इसी के बाद उन्होंने UPSC की तैयारी करने का फैसला और पूरी ताकत झोंक दी. अपनी तैयारी के बारे में वह बताती हैं कि करेंट अफेयर्स पर पकड़ और फोकस्ड तैयारी ही काम आती है. पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सब्जेक्ट लेकर UPSC परीक्षा देने वाली इशिता को मेन्स में 879 और इंटरव्यू में 180 नंबर मिले थे.