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Pahalgam Attack: कौन हैं ऋषि भट्ट? पहलगाम आतंकी हमले के बीच वायरल हुआ इनका VIDEO

Rishi Bhatt Viral Video: पहलगाम में हुए हमले के बारे में गुजरात के पर्यटक ऋषि भट्ट ने बताया कि 22 अप्रैल को बैसरन में आतंकवादियों की गोलीबारी के बीच वह और उनका परिवार किस तरह सुरक्षित निकलने में सफल रहे.

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Edited By: Ritu Sharma
Rishi Bhatt Viral Video
Courtesy: Social Media

Rishi Bhatt Viral Video: हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. ये वीडियो गुजरात के रहने वाले पर्यटक ऋषि भट्ट ने उस वक्त रिकॉर्ड किया जब वह अपने परिवार के साथ बैसरन में छुट्टियां मना रहे थे. इस हमले को 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे घातक माना जा रहा है.

ऋषि भट्ट - 'पर्यटक या चश्मदीद गवाह?'

बता दें कि ऋषि भट्ट गुजरात से हैं और अपने पत्नी-बेटे के साथ बैसरन में सैर के लिए पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि कैसे एक ज़िपलाइन ऑपरेटर के संदिग्ध व्यवहार के बाद अचानक गोलियों की बौछार शुरू हो गई. वायरल वीडियो में भट्ट ने खुद बताया कि वो और उनका परिवार किस तरह बाल-बाल बचे.

'तीन बार 'अल्लाहु अकबर' चिल्लाया और फिर शुरू हुई फायरिंग''

घटना को लेकर ऋषि भट्ट ने ANI से बातचीत में बताया, ''मुझसे पहले नौ लोगों ने ज़िपलाइनिंग की, लेकिन ऑपरेटर ने कुछ नहीं कहा. जब मैं ज़िपलाइन पर था, उसने तीन बार 'अल्लाहु अकबर' चिल्लाया और तभी गोलियां चलने लगीं.'' भट्ट को शक है कि यह कोई सोची-समझी साजिश थी.

'मैंने खुद 5-6 लोगों को गोली लगते देखा'

भट्ट के अनुसार, उन्हें करीब 20 सेकंड बाद समझ आया कि यह एक आतंकी हमला है. उन्होंने कहा, ''मैंने अपनी ज़िपलाइन की बेल्ट खोली और नीचे कूद गया, फिर पत्नी-बेटे को लेकर भागने लगा.'' उन्होंने दावा किया कि उनके सामने ही 5-6 लोग गोली लगने से गिर पड़े.

'हमसे आगे वाले दो परिवारों के धर्म पूछकर मार दिया गया'

घटना को लेकर सबसे झकझोर देने वाला बयान था जब भट्ट ने बताया, ''हमसे आगे रहने वाले दो परिवारों से उनका धर्म पूछा गया और फिर मेरी पत्नी और बेटे के सामने उन्हें गोली मार दी गई.'' इससे साफ है कि हमला टारगेटेड था.

सेना की त्वरित कार्रवाई बनी राहत की सांस

इसके अलावा, भट्ट ने बताया कि हमले के करीब 20-25 मिनट बाद सेना मौके पर पहुंच गई. उन्होंने कहा, ''सेना ने हमें कवर दे दिया और तभी हमें लगा कि अब शायद हम जिंदा बच सकते हैं. मैं भारतीय सेना का शुक्रगुजार हूं.''