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नीतीश सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने वाले कौन हैं वो आठ चेहरे, जानें कैसा रहा उनका सियासी सफर?

NDA में शामिल होते हुए नीतीश कुमार ने CM पद की नौवीं बार शपथ ली है. नीतीश कुमार के साथ आठ मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली है. बीजेपी और जदयू को कोटे से तीन-तीन मंत्रियों HAM से एक और एक निर्दलीय विधायक ने मंत्री पद की शपथ ली.

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Edited By: Avinash Kumar Singh
Nitish government

हाइलाइट्स

  • नीतीश कुमार ने CM पद की नौवीं बार ली शपथ
  • आठ मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की ली शपथ

नई दिल्ली: NDA में शामिल होते हुए नीतीश कुमार ने CM पद की नौवीं बार शपथ ली है. नीतीश कुमार के साथ आठ मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली है. बीजेपी और जदयू को कोटे से तीन-तीन मंत्रियों HAM से एक और एक निर्दलीय विधायक ने मंत्री पद की शपथ ली. शपथ लेने वाले मंत्रियों में सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, प्रेम कुमार बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी और श्रवण कुमार, संतोष सुमन और निर्दलीय सुमित कुमार सिंह शामिल हैं.

नीतीश कुमार 

नीतीश कुमार अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में कई बड़े महकमों के मंत्री रहे है. अब वो नौंवी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिए है. जनता पार्टी के टिकट पर हरनौत सीट से 1977 में विधानसभा का चुनाव लड़कर हार गए. उसके बाद 1980 में वे इसी सीट से जनता पार्टी (सेकुलर) के टिकट पर चुनाव लड़े और निर्दलीय अरुण कुमार सिंह से बड़े अंतर से हार गये. लोक दल से 1985 का चुनाव लड़ा और कांग्रेस के बृज नंदन प्रसाद सिंह को हराकर पहली बार विधायक बने. इसके बाद उन्‍होंने जनता दल का दामन थाम लिया था.

बाजपेयी सरकार में मंत्री 

नीतीश कुमार 1989 में बाढ़ संसदीय सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे और वीपी सिंह सरकार में कृषि राज्य मंत्री रहे. 1991, 1996, 1998, 1999, 2004 में लोकसभा चुनाव जीतकर वे लगातार सांसद बने हैं और वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे.  नीतीश कुमार पहली बार 2000 में सात दिन के लिए मुख्यमंत्री बने थे. दूसरी बार नीतीश कुमार 2005, तीसरी बार 2010, चौथी बार 2015, पांचवी बार 2015, छठी बार 2017, सातवीं बार 2020, आठवीं बार 2022, नौवीं बार 2023 में शपथ ली है. 

जानें शपथ लेने वाले नीतीश सरकार के मंत्रियों की पोलिटिकल प्रोफाइल 

सम्राट चौधरी

सम्राट चौधरी वर्तमान समय में बीजेपी बिहार प्रदेश के अध्यक्ष हैं. वह कुशवाहा समुदाय से आते हैं विपक्ष में रहते हुए उन्होंने महागठबंधन सरकार को जमकर घेरा था. बीजेपी सम्राट चौधरी को डिप्टी सीएम बनाकर कुशवाहा समुदाय के मतदाताओं को साधना चाहती है. सम्राट चौधरी के पिता शकुनी चौधरी खगड़िया से कई बार विधायक और एक बार सांसद रहने के अलावा समता पार्टी के संस्थापक सदस्य भी रह चुके हैं. इसके अलावा उनकी मां पार्वती देवी तारपुर विधानसभा सीट से विधायक रही है. सम्राट चौधरी इससे पहले भी बिहार सरकार में मंत्री रह चुके है. 

विजय कुमार सिन्हा

BJP कोटे से डिप्टी सीएम बनाये गए विजय कुमार सिन्हा भूमिहार समुदाय से आते हैं. वह लखीसराय विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक हैं. विजय सिन्हा पहले बिहार विधानसभा के स्पीकर भी रह चुके हैं. बीजेपी विधायक दल की बैठक में सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय सिन्हा को उप-नेता चुना गया. इससे पहले भी वे नीतीश सरकार में श्रम संसाधन मंत्री के पद पर रह चुके हैं. महागठबंधन सरकार के दौरान विजय कुमार सिन्हा  बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. अब डिप्टी CM की कमान मिली है. 

डॉ. प्रेम कुमार 

डॉ. प्रेम कुमार गया टाउन विधानसभा क्षेत्र से BJP विधायक हैं. वह 1990 से गया टाउन विधानसभा क्षेत्र से लगातार 8 बार चुने जाते रहे है. 2015 विधानसभा चुनाव के बाद गठित बिहार विधानसभा में डॉ. प्रेम को विपक्ष का नेता चुना गया था. वह 4 दिसंबर 2015 से 28 जुलाई 2017 तक बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे. प्रेम कुमार कई बार बिहार सरकार में बड़े महकमों की जिम्मेदारी भी संभाली है. 

विजय कुमार चौधरी

जेडीयू नेता विजय कुमार चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली. विजय कुमार चौधरी भी भूमिहार समाज से आते हैं. वह जेडीयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के साथ बिहार विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके है. वह फिलहासल सरायरंजन सीट से विधायक हैं. विजय कुमार चौधरी ने नीतीश सरकरा में महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभालते आये है. 

बिजेंद्र यादव 

बिजेंद्र प्रसाद यादव JDU के बड़े नेता माने जाते है. वह यादव समाज के बड़े नेता माने और सुपौल सीट से लगातार आठवीं बार विधायक हैं. बिजेंद्र यादव आरजेडी गठबंधन वाली सरकार में मंत्री रह चुके हैं. इसके साथ ही साथ वह नीतीश कुमार के सभी कैबिनेट में मंत्री रहे है. 

श्रवण कुमार 

जेडीयू विधायक श्रवण कुमार बिहार की नई सरकार में मंत्री पद की शपथ ली है. श्रवण कुमार कुर्मी समाज के बड़े नेता माने जाते है. वो 1995 से लगातार नालंदा विधान सभा सीट से जीतते आ रहे हैं. वह सात बार के चुने हुए विधायक हैं. श्रवण कुमार कुर्मी समाज से आते है और नीतीश के खासमखास होने के नाते संगठन और सरकार के बीच एक सेतु का काम करते है. आप नीतीश सरकार में इससे पहले भी मंत्री रह चुके है. 

सुमित कुमार सिंह 

जमुई के चकाई से निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह नई सरकार का हिस्सा बने है. सुमित कुमार सिंह बिहार के कद्दावर नेता और पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह के बेटे हैं. सुमित सिंह एनडीए सरकार में भी मंत्री थे. आप राजपूत समाज से आते है. 2020 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय जीत के बाद विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग का मंत्री बनाया गया था. वो NDA और महागठबंधन सरकार में मंत्री रहे है. 

संतोष कुमार सुमन

हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के बेटे हैं. वह बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं. संतोष कुमार सुमन अनुसूचित जाति में मुसहर समाज से आते है. वह नीतीश सरकार में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री रहे है. बीते दिनों नीतीश कुमार के साथ अनबन होने के कारण इन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और एनडीए में शामिल हो गये थे. अब नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में एक बार फिर से मंत्री बने है.