RG Kar Case: 'न्याय कहां है?' RG Kar केस में पीड़िता की मां की PM मोदी से मिलने की अपील
आरजी कर अस्पताल में एक पीड़ित डॉक्टर की मां ने न्याय की अपील की है. उन्होंने पश्चिम बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर पुनः चिंता व्यक्त करते हुए गंभीर सवाल उठाए हैं, जो समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं.
RG Kar Case: पश्चिम बंगाल के RG कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत का मामला अभी भी सुर्खियों में बना हुआ है. इस घटना के सात महीने बाद भी पीड़िता के माता-पिता न्याय की गुहार लगा रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर पीड़िता की मां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की इच्छा जताई और उनसे मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की.
आपको बता दें कि पीड़िता की मां ने कहा, ''हमारी बेटी ने बड़े सपने देखे थे. हमने कभी नहीं सोचा था कि उसे इतनी दर्दनाक मौत मिलेगी. उसे हमें छोड़े हुए सात महीने हो गए हैं, लेकिन न्याय कहां है? हमें अब तक उसकी मौत का प्रमाण पत्र भी नहीं मिला है.'' उन्होंने सवाल किया कि जब एक महिला डॉक्टर अपने ही कार्यस्थल पर सुरक्षित नहीं है, तो फिर आम महिलाओं की सुरक्षा की क्या गारंटी है?
पीएम मोदी से मिलने की जताई इच्छा
वहीं पीड़िता की मां ने कहा, ''मैं प्रधानमंत्री से मिलना चाहती हूं और उनसे अपील करती हूं कि वे हमारी बेटी के लिए न्याय सुनिश्चित करें.'' उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की. पीड़िता की मां की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने कहा, ''प्रधानमंत्री से मिलने के लिए एक प्रक्रिया होती है, लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि पीएम मोदी पीड़िता के माता-पिता को समय देंगे और उनकी अपील जरूर सुनेंगे.''
'ममता बनर्जी ने पहला कदम उठाया' - TMC
बताते चले कि तृणमूल कांग्रेस की नेता और राज्य की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा, ''इस देश में किसी को भी प्रधानमंत्री से मिलने का अधिकार है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ही सबसे पहले इस मामले में संज्ञान लिया था और अपराधी को गिरफ्तार किया गया था.''