नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में टारगेट किलिंग का सिलसिला जारी है. 7 फरवरी की शाम 7 बजे के करीब आतंकियों ने टारगेट किलिंग को अंजाम दिया. हमले में एक युवक की मौत हो गई जबकि एक घायल हो गया है. अमृतसर के रहने वाले अमृत पाल (31) की मौके पर ही मौत हो गई. अमृतसर के ही रहने वाले रोहित को पेट के बायीं तरफ गोली लगी है. उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस घटान के बाद इलाके में हड़कंप मच गई. सुरक्षा बलों में घटना के बाद इलाके की घेराबंदी कर दी है और हमलावरों की तलाश जारी है.
टारगेट किलिंग का सिलसिला
कश्मीर में पिछले कई साल से टारगेट किलिंग हो रही है. आतंकी गैर-मुस्लिम लोगों को निशाना बना रहे हैं. 26 फरवरी 2023 की सुबह आतंकियों ने पुलवामा में एक कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की हत्या की थी. जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में 29 मई 2023 को आतंकियों ने एक नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मरने वाले की पहचान दीपक कुमार (दीपू) के रूप में हुई थी.
अगस्त 2022 में भी शोपियां के छोटीगम गांव के सेब के बाग में एक कश्मीरी पंडित की हत्या कर दी गई थी. नवंबर 2022 में उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के रहने वाले दो मजदूरों की शोपियां में आतंकियों ने हत्या कर दी थी. शोपियां के हरमेन में आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका था जिसमें मोनीश कुमार और राम सागर नाम के दो मजदूर घायल हो गए थे.
2022 के अगस्त में जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में आतंकियों ने बिहार के एक माइग्रेंट मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. बिहार के मधेपुरा के रहने वाले 19 साल के जुलाहा मोहम्मद अमरेज को आतंकियों ने गोली मार दी. खुफिया एजेंसियों ने बताया था कि टारगेट किलिंग पाकिस्तान की कश्मीर में अशांति फैलाने की नई साजिश है.
पाकिस्तान का मकसद आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास की योजनाओं पर पानी फेरना है. आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाएं बढ़ी हैं.