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India Daily

जब पीएम हाउस में दौड़ती थी 'मारुति 800,' मनमोहन सिंह को नहीं भाती थी चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू 

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एक मिडिल क्लास फैमिली के थे और आम आदमी की चिंता करते थे. साल 2004 में उनके साथ रहे SPG कमांडो असीम अरुण ने बड़ा खुलासा किया है. 

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Edited By: Kamal Kumar Mishra
Manmohan Singh death
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Manmohan Singh Death: डॉ मनमोहन सिंह 10 साल तक देश के प्रधानमंत्री रहे और उनके पास एक कार मारुति 800 थी. साल 2004 के बाद करीब 3 साल तक उनके बॉडी गार्ड रहे असीम अरुण ने बड़ा खुलासा किया है. असीम अरुण मौजूदा समय में कन्नौज से बीजेपी के विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री हैं. असीम अरुण IPS अधिकारी रह चुके हैं और पीएम की सुरक्षा में तीन साल मनमोहन सिंह की परछाई बनकर रहे हैं. 

पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर असीम अरुण ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कुछ रोचक बातों को साझा किया है. असीम अरुण ने मनमोहन सिंह के साथ अपनी एक पुरानी तस्वीर साझा करते हुए कहा कि 'मैं 2004 से लगभग तीन साल उनका बॉडी गार्ड रहा. एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है - क्लोज प्रोटेक्शन टीम जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था. एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति है जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता. यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा होगा. ऐसे में उनके साथ उनकी परछाई की तरह साथ रहने की जिम्मेदारी थी मेरी.'

800 को मनभर देखते थे मनमोहन सिंह

असीम अरुण ने आगे लिखा कि 'डॉ साहब की अपनी एक ही कार थी- मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी.' उन्होंने बताया कि मनमोहन सिंह जी बार-बार मुझे कहते- 'असीम, मुझे इस कार में चलना पसंद नहीं, मेरी गड्डी तो यह है (मारुति) है. मैं समझाता कि सर यह गाड़ी आपके ऐश्वर्य के लिए नहीं है, इसके सिक्योरिटी फीचर्स ऐसे हैं जिसके लिए एसपीजी ने इसे लिया है. लेकिन जब कारकेड मारुति के सामने से निकलता तो वे हमेशा मन भर उसे देखते.'

करोड़ों की कार पीएम की, मेरी तो मारुति

असीम ने कहा कि जब वे अपनी कार को देखते तो ऐसा लगता था कि वे 'जैसे संकल्प दोहरा रहे हों कि मैं मिडिल क्लास व्यक्ति हूं और आम आदमी की चिंता करना मेरा काम है. करोड़ों की गाड़ी पीएम की है, मेरी तो यह मारुति है.'