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India Daily

अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों का अब क्या होगा; क्या कभी जा सकेंगे वापस? जानें हर सवाल का जवाब

अमेरिका द्वारा डिपोर्ट किए गए भारतीय नागरिकों को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, खासकर यह जानने की इच्छा है कि उनके साथ अब क्या होगा और क्या वे कभी अमेरिका या अन्य देशों में लौट सकते हैं.

Indian immigrants
Courtesy: Social Media

अमेरिका द्वारा डिपोर्ट किए गए भारतीय नागरिकों को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, खासकर यह जानने की इच्छा है कि उनके साथ अब क्या होगा और क्या वे कभी अमेरिका या अन्य देशों में लौट सकते हैं. इस आर्टिकल में हम इन सवालों के जवाब देंगे, जो इन डिपोर्ट किए गए भारतीयों और उनके परिवारों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.

डिपोर्ट किए गए भारतीयों पर क्या होगी कानूनी कार्रवाई?

अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीय नागरिकों के खिलाफ भारत में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी, बशर्ते उन्होंने सही और वैध दस्तावेजों का इस्तेमाल किया हो. दिल्ली बार काउंसिल के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता केके मनन के अनुसार, यदि ये लोग फर्जी दस्तावेजों के साथ नहीं आए हैं, तो इन पर भारत में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होगी.

हालांकि, अगर किसी ने फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल किया, तो वह पासपोर्ट एक्ट के तहत अभियोग का सामना कर सकता है. तमाम एक्सपर्टस मानना है कि अधिकतर डिपोर्ट किए गए लोग गरीब और कम पढ़े-लिखे होते हैं, इसलिए उनके लिए फर्जी दस्तावेज बनवाना बहुत ही मुश्किल हो सकता है. इसीलिए, यह संभावना बहुत कम है कि इन लोगों ने किसी तरह के दस्तावेजों में छेड़छाड़ की हो.

क्या डिपोर्ट किए गए लोग फिर से विदेश जा सकेंगे?

अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों के लिए यह सवाल सबसे अहम है कि क्या वे भविष्य में कभी फिर से विदेश जा सकेंगेविशेषज्ञों की मानें तो डिपोर्टेशन के कारण इन लोगों को अन्य देशों से वीजा मिलने में बड़ी कठिनाई हो सकती है. विशेष रूप से, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूके और यूरोपीय देशों में उन्हें वीजा मिलने की संभावना बहुत कम है.

ऐसे में वे कमाई के लिए इन देशों में दोबारा नहीं जा सकते हैं. अमेरिका दूतावास की वेबसाइट के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति को डिपोर्ट किया गया है, तो उसे वीजा के लिए फिर से आवेदन करने पर 10 साल तक प्रतिबंधित किया जा सकता है, हालांकि कुछ मामलों में इस प्रतिबंध को माफ करने का विकल्प भी हो सकता है.

ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ हो सकती है कार्रवाई

इस पूरी प्रक्रिया में, डिपोर्ट किए गए लोगों के परिवारों के लिए यह एक बड़ी निराशा का कारण बन सकती है. अधिवक्ता केके मनन के अनुसार, इन लोगों को भेजने वाले ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. यह अवैध यात्रा मार्गों का प्रचार करने वाले एजेंट ही इन लोगों की मुश्किलों के लिए जिम्मेदार हैं. भारत में यात्रा एजेंटों द्वारा लाखों रुपए लेकर इन लोगों को गलत रास्तों से विदेश भेजना एक बड़ा मुद्दा है, और अब इन एजेंटों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

डिपोर्ट किए गए लोगों का क्या होगा भविष्य

हालांकि, डिपोर्ट किए गए लोग भविष्य में अमेरिका या अन्य देशों में वापसी के लिए संघर्ष कर सकते हैं, लेकिन भारत सरकार उनके सम्मानजनक वापसी के लिए काम कर रही है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में यह बयान दिया था कि भारतीय सरकार डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के साथ इस मुद्दे पर सक्रिय रूप से बातचीत कर रही है ताकि डिपोर्ट किए गए भारतीय नागरिकों को सम्मान और उचित व्यवहार मिले.