बम की धमकी मिलने पर स्कूलों को क्या करना चाहिए? जारी हुआ दिशा-निर्देश
29 अप्रैल को दायर एक रिपोर्ट में डीओई ने कहा कि उसने स्कूलों को सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी किए हैं, जो बम की धमकी मिलने की स्थिति में स्कूल की भूमिका को भी रेखांकित करता है.
पूरी दिल्ली-एनसीआर के करीब 200 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली. दिनभर पुलिस एक्टिव रही. ये एक नया ट्रेंड शुरू हुआ है. आए दिन स्कूलों को बम की धमकी मिलती है. अब यह एक आपदा बन गया है. जब किसी स्कूल को बम की धमकी सहित किसी आपदा से निपटना हो तो उसे क्या करना चाहिए?
दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया है कि स्कूलों में सुरक्षा और "बम खतरों सहित" आपदाओं से निपटने के संबंध में उसकी जीरो-टॉलरेंस नीति है. 29 अप्रैल को दायर एक स्थिति रिपोर्ट में डीओई ने कहा कि उसने स्कूलों को सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी किए हैं, जो बम की धमकी मिलने की स्थिति में स्कूल की भूमिका को भी रेखांकित करता है.
रिपोर्ट में क्या कहा गया है
-बाड़ लगाना
-अनावश्यक चीजें हटाएं
वे वस्तुएं जहां विस्फोटक छिपाए जा सकते हैं
-स्कूल भवन में अलग प्रवेश/निकास
-कमजोर रोशनी वाले पार्किंग स्थल, पार्किंग स्थल और निगरानी करने में मुश्किल क्षेत्रों की पहचान करना
-सीसीटीवी से निगरानी
-भवन का लेआउट तैयार रखें और आपात स्थिति में पुलिस, अग्निशमन विभाग, एनडीआरएफ और बचाव टीमों के साथ साझा करें
-माता-पिता, छात्रों और स्कूल स्टाफ को स्वीकार्य व्यवहार के स्पष्ट नियमों के बारे में सूचित किया जाना चाहिए.
बम की धमकी मिलने पर क्या करें?
-तुरंत पुलिस को सूचित करें
-पुलिस के परामर्श से छात्रों को होल्डिंग एरिया में ले जाएं
-उचित सत्यापन के बाद छात्रों की अभिरक्षा माता-पिता/अभिभावकों को सौंपी जानी चाहिए