पीएम मोदी ने गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 11वीं बार दिल्ली के लाल किले पर तिरंग फहराया. इस मौके पर पीएम ने देश को संबोधित किया. वहीं दूसरी ओर, उन्होंने अपनी सरकार के अगले 5 साल का रोडमैप भी जनता के सामने रख दिया. उन्होंने 78 वें स्वतंत्रता दिवस पर अब तक का सबसे लंबा भाषण दिया.
पीएम मोदी ने अपने भाषण से कई तरह के संदेश दिए और साफ तौर पर अपनी प्राथमिकताओं को बताया. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक बार फिर से पीएम ने 2047 तक विकसित भारत बनाने के लक्ष्य की चर्चा की. मोदी ने लाल किले की प्रचीर से जनता को बताया कि अगर मेरे देश के 140 करोड़ नागरिक, मेरे परिवार के 140 करोड़ सदस्य एक संकल्प लेकर, एक दिशा तय कर, कंधे से कंधा मिलाकर कदम-कदम आगे बढ़ेंगे, तो चाहे कितनी भी बड़ी चुनौतियां हों, कितनी ही कमी हो या संसाधनों के लिए संघर्ष हो, हम हर चुनौती को पार कर सकते हैं.
पीएम मोदी ने अपने भाषण में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई पर जोर दिया, साथ ही एक राष्ट्र, एक चुनाव की पीएम मोदी ने जोरदार वकालत की. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से की गई किसी भी योजना की घोषणा को अक्सर चुनावी नफे-नुकसान से जोड़ दिया जाता है. पीएम मोदी ने अपने भाषण में शिक्षा रोजगार पर भी फोकस किया,