Land for Job Scam: बिहार की राजनीति इस वक्त देश में चर्चा का विषय बनी हुई है. नीतीश कुमार एक बार फिर से लालू से अलग होकर एनडीए गठबंधन का हिस्सा बन गए हैं. जिस दिन नीतीश कुमार ने 9वीं बार मुख्यमंत्री की शपथ ली उसके अगले दिन ही ईडी ने लालू यादव से लैंड फॉर जॉब मामले में 10 घंटे तक पूछताछ की. मंगलवार को ईडी उनके बेटे तेजस्वी यादव से सवाल जवाब कर रही है. इस केस में ईडी ने चार्जशीट दाखिल की है. जिसमें लालू यादव की दो बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव समेत उनकी पत्नी राबड़ी देवी का भी नाम शामिल है.
लालू यादव 2004 ले 2009 तक देश के रेलमंत्री थे. उनके कार्यकाल में ग्रुप डी में भर्तियां की गई. आरोप है कि अभ्यार्थियों से नौकरी के बदले घूस में जमीन ली गई. सीबीआई द्वारा मामले में लालू के साथ उनके परिवार पर भी केस दर्ज किया गया है और आरोप है कि लालू ने परिजनों के नाम पर नौकरी के बदले जमीनें रिश्वत में ली थी. लालू पर आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री रहते हुए ही बिना कोई विज्ञापन जारी कर रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी के लिए कई लोगों की भर्ती की थी. आरोप है कि कई लोगों को बिना आवेदन ही नौकरी दी गई. नौकरी जबलपुर, मुंबई, छत्तीसगढ़ और जयपुर आदि जगहों पर लगाया गया था.
सीबीआई के अनुसार बिहार की राजधानी पटना में लालू यादव के परिवार ने इसी तरह 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन पर कब्जा कर रखा है. सीबीआई के अनुसार इन जमीनों को लालू परिवार ने नकद देकर खरीदा था और उस वक्त इन जमीनों को बेहद कम दामों में बेचा गया था.
लालू परिवार से किस-किस का नाम?
सीबीआई के अनुसार आरजेडी नेता ने नौकरी के नाम पर 12 लोगों से 7 प्लॉट सस्ते में या बिना कुछ दिए हासिल कर लिए. लालू ने पत्नी राबड़ी और बेटी मीसा समेत कई परिजनों के नाम पर इन प्लॉट को लिया. लैंड फॉर जॉब घोटाले में लालू परिवार के 5 लोग आरोपी हैं. इस घोटाले में लालू यादव, पत्नी राबड़ी देवी, बेटा तेजस्वी यादव, बेटी मीसा भारती और हेमा यादव आरोपी हैं.