तीसरी बार मोदी सरकार से डरे भारतीय मुसलमान? पाकिस्तानी मीडिया ने NDA की जीत पर किया बड़ा दावा

नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल को लेकर पाकिस्तानी मीडिया ने भारतीय मुसलमानों को डराना शुरू कर दिया है. पाकिस्तानी मीडिया में लिखा जा रहा है कि मोदी के फिर से सत्ता में आने से भारतीय मुसलमान डरे हुए हैं.

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नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. उनके पीएम पद की शपथ लेने से पहले ही पाकिस्तान के पेट में दर्द होने लगा है. पाकिस्तानी मीडिया में पीएम मोदी को लेकर तमाम तरह की बातें की जा रही हैं. पाकिस्तान के सबसे अखबार 'द डॉन' ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है, 'भारत के 20 करोड़ से अधिक मुस्लिम अल्पसंख्यकों के लिए हिंदू-राष्ट्रवादी सत्तारूढ़ पार्टी का तीसरा कार्यकाल संवैधानिक रूप से धर्मनिरपेक्ष देश में उनके भविष्य के लिए नई आशंकाएं लेकर आया है.'

द डॉन आगे लिखता है, 'कई भारतीय मुसलमानों को चिंता है कि प्रधानमंत्री मोदी के तीसरी कार्यकाल में वह हिंदू राष्ट्र में दूसरे दर्जे के नागरिक बना दिए जाएंगे.'

झारखंड की राजधानी रांची की रहने वाली 43 साल की गृहिणी शबनम हक का हवाला देते हुए अखबार लिखता है, 'पिछले 10 सालों के दौरान मुसलमानों को सार्वजनिक रूप से निशाना बनाया गया, उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें अपमानित किया गया. समुदाय के खिलाफ नफरत दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. मुसलमानों का अमानवीयकरण किया जा रहा है और हमें डर है कि यह प्रवृत्ति और बढ़ेगी.'

अखबार लिखता है कि हालांकि बीजेपी को कम सीटें मिलने के कारण कुछ लोगों में आशा की किरण जगी है. 'उत्तर प्रदेश के लखनऊ से आने वाले 42 साल के सलमान अहमद सिद्दीकी कहते हैं, 'एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए एक विविध राजनीतिक प्रतिनिधित्व और एक मजबूत विपक्ष का होना जरूरी है.' 'भारत की सबसे अधिक आबादी वाले और हिंदू आस्था के गढ़ उत्तर प्रदेश में भाजपा ने अपना बहुमत खो दिया है.'

उत्तर प्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ता 27 वर्षीय रहमान सैफी के हवाले से अखबार लिखता है, 'भाजपा के पास अभी भी अपने हिंदू अनुयायियों के लिए बनाई गईं दक्षिणपंथी नीतियों को लागू करने के लिए अच्छा बहुमत है और वे  कम सीटें मिलने पर भी वे भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के अपने एजेंडे को जारी रखेंगे. जो कि चिंताजनक है.'

अखबार आगे लिखता है कि भाजपा के फिर से सत्ता में आने से हिंदू कार्यकर्ताओं का मुस्लिमों पर दबाव बढ़ेगा और देश में धार्मिक उन्माद फैल सकता है. 'मोदी सरकार में जनवरी में विशाल राम मंदिर का उद्घाटन हुआ था जो अयोध्या में सदियों पुरानी मस्जिद की भूमि पर बनाया गया था.'

भाजपा के गढ़ उत्तराखंड के एक दुकानदार अनवर सिद्दीकी का हवाला देते  हुए अखबार लिखता है, 'मुस्लिम बहुत डरे हुए हैं...वे तानाशाही तरीके से मुस्लिम विरोधी कानून और नीतिया लागू करेंगे और समाज में नफरत फैलाएंगे.'

बेंगलुरु के एक 25 साल के दुकानदार मोहम्मद समशुद्दीन के हवाले से पाकिस्तानी अखबार लिखता है, 'भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है. हम यहां शांतिपूर्वक रहना चाहते हैं.'

श्रीनगर के 53 साल के रियाज अहमद के हवाले से अखबार लिखता है, 'भाजपा का तीसरा कार्यकाल उनके लिए और मुश्किलें लेकर आएगा. हमारा दम घुट गया है. अगर कोई सच बोलने की कोशिश करता है तो इस बात की संभावना है कि आप गिरफ्तार कर लिए जाएंगे.'

अखबार आगे लिखता है, 'लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान मोदी ने धार्मिक आधार पर लोगों को विभाजित करने वाली बातें कहीं. उन्हें मुस्लिमों को घुसपैठिया बताया और कहा कि विपक्षी कांग्रेस पार्टी देश की संपत्ति को मुस्लिमों में बांट देगी.'

'भाजपा ने अपने तीसरे कार्यकाल में देश में यूसीसी लागू करने का वादा किया है, अल्पसंख्यकों को डर है कि इससे उनके धार्मिक कानूनों का उल्लंघन हो सकता है.'

अखबार आगे लिखता है कि हालांकि दिल्ली के रहने वाले 27 साल के मोहम्महद रेहान को उम्मीद है कि बीजेपी के तीसरे कार्यकाल में सकारात्मक बदलाव होगा.