Arvind Kejriwal Horoscope : दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने 21 मार्च गुरुवार को देर रात उनको कथित शराब घोटाले को लेकर पूछताछ के चलते गिरफ्तार कर लिया है. उनकी गिरफ्तारी ऐसे समय पर हुई है, जब लोकसभा चुनावों को मात्र 2 महीने ही शेष हैं. ऐसे में अरविंद केजरीवाल के राजनीतिक करियर पर भी खतरा मंडराने लगा है.
हरियाणा के भिवानी में साल 1968 में जन्म लेने वाले अरविंद केजरीवाल की कुंडली का अध्ययन करने से उनके आने वाले भविष्य के बारे में बहुत कुछ जाना जा सकता है. उनकी कुंडली का अध्ययन पं. सत्यम विष्णु अवस्थी द्वारा किया गया है. आइए जानते हैं कि क्या कह रही है अरविंद केजरीवाल की कुंडली
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की कुंडली में पंचमेश गुरु की महादशा और राहु की अंतर्दशा साल 2021 के नवंबर से मार्च 2024 तक चल रही है. इसके साथ ही लग्न में स्थित गुरु बृहस्पति, दशमेश शुक्र और धनेश बुध के साथ एक शुभ योग का निर्माण कर रहे हैं. अंतर्दशा दशा नाथ, राहु लग्न से अष्टम और चंद्रमा से हानि के 12वें भाव में मौजूद हैं. इसी कारण इनको कई प्रकार को नोटिस आ रहे थे.
इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल की कुंडली में हानि के 12वें भाव में स्थित मंगल और सूर्य दोनों सर्प द्रेष्काण में मौजूद होकर अशुभ योग का निर्माण कर रहे हैं. इस कारण कारावास का योग बन रहा है. वहीं, 29 मार्च से शनि की अंतर्दशा भी इनपर शुरू होगी. जो इनके और इनकी पार्टी के लिए अच्छी नहीं रहने वाली है. इस कारण हो सकता है कि आमआदमी पार्टी लोकसभा चुनाव में ज्यादा अच्छा प्रदर्शन न कर पाए. अरविंद केजरीवाल की कुंडली में शनिदेव 12वें भाव के स्वामी चंद्र के साथ विष योग में अशुभ स्थिति में विराजमान हैं. ज्योतिष में यह स्थिति काफी अशुभ मानी जाती है.
अरविंद केजरीवाल की कुंडली में लग्न के स्वामी शुक्र, लाभेश गुरु और पंचम भाव के स्वामी बुध चौथे केंद्र स्थान में युति बनाकर प्रबल राजयोग बना रहे हैं. इसी कारण अरविंद केजरीवाल ने भारतीय राजनीति में अपनी अलग ही पहचान बनाई है. वहीं, साल 2026 के बाद शनि की महादशा की शुरुआत होगी और यह आगामी 19 साल तक रहने वाली है. शनि की यह महादशा अरविंद केजरीवाल को देश ही नहीं विदेश में भी विख्यात करेगी. उनकी आम आदमी पार्टी भारतीय राजनीति में अपनी अलग मुकाम हासिल कर सकती है. 2029 के बाद से 2045 तक केजरीवाल को राष्ट्रीय स्तर पर राजनीति में एक अलग मुकाम मिल सकता है.
केजरीवाल की कुंडली के तीसरे भाव में सूर्य और मंगल कर्क राशि में विराजमान हैं. इसके साथ ही उनकी कुंडली के चतुर्थ भाव में बनने वाली तीन ग्रहों की युति जनता के बीच उनकी लोकप्रियता और नेतृत्व को बढ़ाएगी. इनकी कुंडली में शनि भाग्येश और कर्मेश हैं. इसके साथ ही शनि चंद्रमा, सूर्य, मंगल, बुध, गुरु और शुक्र से भी संबंध बनाए हुए हैं. ऐसे में शनि और चंद्र की युति, मंगल और सूर्य की युति से केंद्रीय योग, गुरु के साथ त्रिकोण संबंध है. इसके अलावा गुरु के साथ बुध और शुक्र के होने से लग्नेश, धनेश, कर्मेश और भाग्येश का संबंध स्थापित हो रहा है. इससे मणिकांचन योग बन रहा है. इसी योग की बदौलत इन्हें मुख्यमंत्री पद मिला हुआ है.
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