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'हिंसक झड़प, लाठीचार्ज, इंटरनेट बंद, पटरियां जाम...', बदलापुर स्कूल यौन शोषण मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?

Badlapur School Case: बदलापुर के एक स्कूल में 4 और 5 साल की दो बच्चियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है. मामले के सामने आते ही बदलापुर में हिंसा शुरू हो गई. गुस्साई भीड़ बदलापुर रेलवे स्टेशन पर खड़ी हो गई. भीड़ को पटरी से हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया जवाब में भीड़ ने पत्थरबाजी शुरू कर दी.

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Edited By: India Daily Live
Badlapur school case
Courtesy: social media

Sexual Abuse At Badlapur School: कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि इसी बीच महाराष्ट्र के ठाणे के बदलापुर में एक स्कूल में 4 और 5 साल की दो मासूम बच्चियों के यौन शोषण की खबर आ गई.  इस खबर के सामने आते ही ठाणे की जनता क्रोध से भर गई. गुस्साई भीड़ और पुलिस के बीच मंगलवार को भारी झड़प देखने को मिली. बेकाबू भीड़ ने पहले स्कूल में तोड़फोड़ की और इसके बाद पूरी भीड़ बदलापुर रेलवे स्टेशन पर जमा हो गई. स्थिति को काबू करने के लिए बदलापुर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.

घंटों ठप रही रेल सेवा

सैकड़ों लोगों की भीड़ पटरी पर खड़ी हो गई जिससे लोकल ट्रेनों के पहिए थम गए. इस दौरान यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. भीड़ को पटरी से हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे लेकिन भीड़ और उग्र हो गई. भीड़ ने जवाब में पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया. पथराव के कारण कई लोग घायल हुए हैं.

क्या था पूरा मामला
मामला 16 अगस्त का है. बदलापुर के एक स्कूल के 23 साल के सफाई कर्मचारी पर स्कूल के टॉयलेट में दो बच्चियों का यौन शोषण करने का आरोप लगा है. बच्चियों ने जब अपने पेरेंट्स को इसकी जानकारी दी तो उन्होंने इसकी शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने आरोपी को पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया.  आरोपी का नाम अक्षय शिंदे बताया जा रहा है. मामले के बिगड़ने से पहले ही स्कूल प्रबंधन ने प्रिंसिपल, क्लास टीचर और एक महिला कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया. सरकार ने इस मामले की जांच के लिए SIT गठित की है और केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने को कहा गया है.

बदलापुर कांड पर घिरी शिंदे सरकार
बदलापुर के स्कूल में हुई इस घटना को लेकर विपक्ष शिंदे सरकार पर आक्रमक रूप से हमलावर है. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि इस मामले का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए. उन्होंने दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की. उन्होंने कहा कि 10 साल पहले दिल्ली में निर्भया कांड हुआ था और दोषियों को सजा मिली थी लेकिन दोषियों को सजा देने में काफी वक्त लग गया था. न्याय में देरी करने वालों को भी दोषी ठहराया जाना चाहिए.

राज्य की कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवा ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए शिंदे सरकार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि यह घटना महाराष्ट्र को शर्मसार करने वाली है. हर कोई मांग कर रहा है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई हो और तीन महीने के भीतर आरोपियों को फांसी दी जाए.