पीरियड्स आने पर क्या करती हैं अंतरिक्ष में जाने वाली महिलाएं?
वैज्ञानिक अब ऐसी तकनीकों पर काम कर रहे हैं जो अंतरिक्ष में मासिक धर्म को और आसान बनाएं. लंबी अवधि के मंगल मिशनों के लिए यह और भी जरूरी हो जाएगा.

अंतरिक्ष में जाने वाली महिला अंतरिक्ष यात्रियों के सामने मासिक धर्म एक विशेष चुनौती पेश करता है. मंगलवार, 25 मार्च 2025 तक, वैज्ञानिक और अंतरिक्ष एजेंसियां इस मुद्दे को संबोधित करने के लिए कई तरीके अपना चुकी हैं. अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण की कमी और सीमित संसाधनों के कारण यह प्रक्रिया जटिल हो जाती है. हालांकि, आधुनिक तकनीक और चिकित्सा समाधानों ने इसे संभव बनाया है कि महिलाएं अंतरिक्ष मिशनों में बिना किसी रुकावट के हिस्सा ले सकें.
हार्मोनल दवाओं का उपयोग
अधिकांश महिला अंतरिक्ष यात्री अपने मासिक धर्म को नियंत्रित करने के लिए हार्मोनल गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करती हैं. ये दवाएं मासिक चक्र को रोक देती हैं, जिससे अंतरिक्ष में सैनिटरी उत्पादों की जरूरत खत्म हो जाती है. नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री डॉ. रिया सेडन ने एक साक्षात्कार में कहा था, “हम अंतरिक्ष में अपने पीरियड्स को रोकने के लिए गोलियां लेते थे. यह आसान और प्रभावी था.” यह तरीका लंबे मिशनों, जैसे कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर छह महीने की यात्रा के लिए खास तौर पर उपयोगी है.
सैनिटरी उत्पादों का प्रबंधन
अगर कोई अंतरिक्ष यात्री हार्मोनल दवाएं नहीं लेना चाहती, तो वह पैड या टैम्पोन का उपयोग कर सकती है. अंतरिक्ष स्टेशन पर कचरे को संभालने के लिए विशेष सिस्टम हैं, जहां इस्तेमाल किए गए उत्पादों को सील कर अंतरिक्ष में नष्ट कर दिया जाता है. हालांकि, अंतरिक्ष में पानी की कमी के कारण मासिक कप जैसे विकल्प कम लोकप्रिय हैं. नासा के विशेषज्ञों के अनुसार, “हर ग्राम वजन मायने रखता है, इसलिए हल्के और कम जगह घेरने वाले समाधान ही पसंद किए जाते हैं.”
भविष्य की संभावनाएं
वैज्ञानिक अब ऐसी तकनीकों पर काम कर रहे हैं जो अंतरिक्ष में मासिक धर्म को और आसान बनाएं. लंबी अवधि के मंगल मिशनों के लिए यह और भी जरूरी हो जाएगा.