दक्षिण 24 परगना में एलपीजी सिलेंडर में हुआ विस्फोट, 4 बच्चों समेत 7 लोगों ने गंवाई जान
यह घटना पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के लिए एक कड़ा संदेश है, जिससे यह साफ होता है कि अवैध कामों से न केवल सार्वजनिक सुरक्षा को खतरा होता है, बल्कि निर्दोष लोगों की जान भी जा सकती है.

पश्चिम बंगाल के साउथ परगना जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां के पाथर प्रतिमा क्षेत्र के धोलाहाट पुलिस स्टेशन के तहत एक भयंकर विस्फोट हुआ है, जिसमें 4 बच्चों समेत 7 लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा, कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है.
न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना में विशेष रूप से चार बच्चे भी शामिल थे, जो अपनी जान से हाथ धो बैठे. पुलिस के अनुसार, विस्फोट एक गैस सिलेंडर में हुआ था, जो कि इलाके में आतिशबाजी बनाने के दौरान हुआ.
जानिए क्या है पूरा मामला?
इस मामले में पुलिस का कहना है कि, विस्फोट तब हुआ जब कुछ लोग अवैध रूप से आतिशबाजी बनाने में लगे हुए थे और अचानक गैस सिलेंडर में धमाका हो गया. धमाका इतना शक्तिशाली था कि आसपास के इलाके में जोरदार आवाज सुनाई दी और कई घरों की दीवारें भी दरक गईं. इस हादसे के बाद सात लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे, जिनमें चार बच्चे शामिल थे, जबकि कई अन्य घायल हो गए.
पुलिस ने शुरू की जांच-पडताल
धोलाहाट पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने घटना स्थल का दौरा किया और जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि आतिशबाजी बनाने का काम अवैध था और इस सिलेंडर का उपयोग भी खतरनाक था. इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के अवैध कार्यों से आम लोगों की जान को खतरा होता है.
स्थानीय लोगों का फूटा गुस्सा
घटना के बाद, स्थानीय लोग इस घटना को लेकर काफी गुस्से में हैं और उन्होंने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उनका कहना है कि इस तरह के खतरनाक कामों पर सख्त रोक लगाई जानी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों.