Shahjahan Sheikh Attack on ED Officers: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में टीएमसी नेता शाहजहां शेख (Shahjahan Sheikh) के घर पर शुक्रवार को रेड करने गए ED के अधिकारियों पर हमला किया गया था. इस हमले में ED के कई अधिकारी घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. अधिकारियों के मुताबिक 800 से लेकर 1000 लोगों ने हमला किया था और गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई थी.
मामले को लेकर सियासी पारा भी चढ़ गया है और हमले के पीछे मुख्य साजिशकर्ता शाहजहां शेख के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. लुकआउट नोटिस को सभी एयरपोर्ट और बीएसएफ को साझा किया गया है. घटना के बाद से शेख फरार है. घटना के बाद से बीजेपी ममता सरकार पर हमलावर है और राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं.
तो चलिए आपको बताते हैं कि कि आखिर ये शाहजहां शेख है कौन. शाहजहां शेख को संदेशखाली के 'भाई' के नाम से जाना जाता है. इलाके में उसका रसूख है. शाहजहां शेख पहले मछली मारने का काम करता था और 4 भाई-बहनों में सबसे बड़ा है. शेख ईंट भट्टों पर भी काम करता था और यहीं से उसका सियासी करियर शुरू हुआ था. शेख ईंट भट्टों के मजदूरों के यूनियन का लीडर था. इसके बाद वो सीपीआई (एम) के साथ जुड़ गया. धीरे-धीरे शेख का रसूख बढ़ता गया. 2012 में वो टीएमसी में शामिल हो गया था.
शाहजहां शेख टीएमसी नेता ज्योतिप्रियो मलिक का करीबी माना जाता है. जो वर्तमान में राशन घोटाले मामले में जेल बंद हैं. बताया जाता है कि मछुआरा यूनियन का अध्यक्ष बनने के बाद शेख की पहचान ज्यादा बढ़ी. लोगों का मानना है कि इलाके में उसका खौफ है उस पर कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. 2019 में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में भी उसका नाम सामने आया था. इतना ही नहीं हत्या के मामले में उस पर केस भी दर्ज किया गया था.