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'आई एम सॉरी लेकिन मैं शुभकामना नहीं दे सकती...', ऐसा क्यों बोलने लगीं ममता बनर्जी?

Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने एनडीए के नेतृत्व में बनने वाली नई सरकार पर निशाना साधा है. ममता ने अपने बयान में कहा कि वह नई सरकार के गठन की शुभकामनाएं नहीं दे सकती हैं.

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Edited By: India Daily Live
Mamata Banerjee
Courtesy: Social Media

Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनडीए नेतृत्व में गठित होने वाली नई सरकार को शुभकामनाएं देने से इंकार कर दिया. ममता ने कहा कि मुझे खेद है,लेकिन मैं एक असंवैधानिक पार्टी को सरकार बनाने के लिए शुभकामनाएं नहीं दे सकती.उन्होंने आगे कहा कि मेरी शुभकामनाएं देश के लिए हैं, उसकी बेहतरी के लिए हैं. 

उन्होंने लोकसभा चुनाव की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आपकी पार्टी भितरघात का सामना कर रही है. आपकी पार्टी के लोग आपसे खुश नहीं हैं. आपने दूसरे दलों को तोड़कर खूब फायदा कमाया लेकिन हम आपकी पार्टी को नहीं तोड़ेंगे.ममता ने टीएमसी सांसदों से आग्रह करते हुए कहा कि आप सब अपनी पार्टी को मजबूती देने का काम करें. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे इसमें शामिल नहीं होंगी. उन्होंने कहा कि मुझे शपथ ग्रहण समारोह का न न्योता मिला है और न ही वह वहां जाएंगी. 

 

मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार रहें कार्यकर्ता 

इससे पहले ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल का अध्यक्ष चुना गया है. पार्टी ने सुदीप बंदोपाध्याय को लोकसभा में पार्टी का नेता चुना है. वहीं, सांसद डेरेक ओब्रायन को राज्यसभा में पार्टी का नेता चुना गया है. ममता का यह बयान ऐसे समय आया है जब कांग्रेस नेता पवन खेड़ा और भूपेश बघेल ने मध्यावधि चुनाव का संकेत दिया है. छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम ने पार्टी कार्यकर्ताओं से छह माह के भीतर मध्यावधि चुनावों के लिए तैयार रहने को कहा है. हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन से कड़ा विरोध का सामना करना पड़ा है.

बीजेपी अब भी बाहरी पार्टी 

लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने शानदार प्रदर्शन किया है. राजनीतिक विश्लेषक अनुमान लगा रहे थे कि उसे छह से सात सीटें मिलेंगी, लेकिन 31 सीटों पर जीत हासिल कर उसने सबके आंकलन पर पानी फेर दिया. सत्तधारी बीजेपी यहां 10 सीटें ही हासिल कर पाई. ममता को एकतरफा मुस्लिम वोटर का साथ मिला. चुनावों में बड़ी जीत हासिल करने के बाद टीएमसी ने फिर बता दिया कि राज्य में बीजेपी अब भी बाहरी पार्टी है.