West Bengal Politics: अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण पतिष्ठा कार्यक्रम होना है. इसे लेकर तैयारियां भी चल रही हैं. लेकिन अब इस पूरे मामले को लेकर सियासी बायानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है. इसी कड़ी में मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से पहले राम मंदिर बड़ा हथकंडा है. मैं ईश्वर-अल्लाह की कसम खाकर कहती हूं कि जब तक मैं रहूंगी तब तक कभी हिंदु-मुसलमान में भेदभाव करने नहीं दूंगी.
पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ने कहा, "कल मुझसे राम मंदिर को लेकर पूछा गया...मैं उस उत्सव पर विश्वास रखती हूं जो सभी को साथ लेकर चले, सबके बारे में बात करे...आपको जो करना है करिए, आप चुनाव से पहले गिमिक कर रहे हैं करिए, मुझे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों की अवहेलना करना सही नहीं है...मैं ईश्वर-अल्लाह की कसम खाकर कहती हूं कि जब तक मैं रहूंगी तब तक कभी हिंदु-मुसलमान में भेदभाव करने नहीं दूंगी..." उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि मैं माफियाओं की नेता हूं. जनता मेरी नेता है मैं उनकी कार्यकर्ता हूं. हम बीजेपी के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगे.
पश्चिम बंगाल CM ममता बनर्जी ने कहा, "कल मुझसे राम मंदिर को लेकर पूछा गया... मैं उस उत्सव पर विश्वास रखती हूं जो सभी को साथ लेकर चले, सबके बारे में बात करे... आपको जो करना है करिए, आप चुनाव से पहले गिमिक कर रहे हैं करिए, मुझे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों की… pic.twitter.com/fNGmx0ZC2k
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 9, 2024
गौरतलब है कि, ममता बनर्जी टीएमसी नेता शाहजहां शेख को लेकर बीजेपी के निशाने पर हैं. शाहजहां शेख वही नेता है जिसके यहां ईडी रेड मारने गई थी और उसपर हमला हो गया था. इस हमले में ईडी के 3 अधिकारी घायल हो गए थे. शाहजहां शेख के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया है. बीजेपी का कहना है कि ममता बनर्जी ने जितने भी उग्रवादी हैं सबको शरण दी है. बंगाल में कानून की स्थिति खराब है.