नई दिल्ली: विजयादशमी के मौके पर पीएम मोदी की मौजदूगी में दिल्ली के द्वारका सेक्टर 10 में स्थित मैदान में रावण दहन हो गया. पीएम मोदी ने द्वारका श्री राम लीला सोसाइटी में सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में हथियारों की पूजा किसी जमीन पर कब्जा करने के लिए नहीं बल्कि अपनी जमीन की रक्षा के लिए की जाती है.
#WATCH | Delhi: 'Ravan Dahan' being performed at Dwarka Sector 10 Ram Leela, in the presence of Prime Minister Narendra Modi, on the occasion of #Dussehra pic.twitter.com/IYFt5Yjqhk
— ANI (@ANI) October 24, 2023
पीएम मोदी ने बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा “विजयादशमी के दिन 'शस्त्र पूजा' की भी परंपरा है. भारत की धरती पर शस्त्रों की पूजा किसी भूमि पर आधिपत्य जमाने के लिए नहीं बल्कि अपनी भूमि की रक्षा के लिए की जाती है. हमारी शक्ति पूजा सिर्फ हमारे लिए नहीं बल्कि पूरे विश्व के कल्याण के लिए हैं”
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा "देश की जनता भगवान राम की मर्यादा को जानती है और देश की सीमाओं की रक्षा कैसे करनी है ये भी जानती है. आज हम भाग्यशाली हैं कि हम भगवान राम का सबसे भव्य मंदिर बनते देख पा रहे हैं. अयोध्या में अगली रामनवमी पर रामलला के मंदिर में गूंजने वाला हर सुर पूरी दुनिया में खुशी लाएगा. राम मंदिर में भगवान राम के निवास करने के लिए लिए अब कुछ ही महीने बचे हैं. अयोध्या की अगली रामनवमी पर रामलला के मंदिर में गूंजने वाला हर स्वर, पूरे विश्व को हर्षित करने वाला होगा."
#WATCH | PM Modi says "We are fortunate enough to witness the construction of Ram Temple and on the next Ramnavami in Ayodhya, every note echoing in Ramlala's temple will bring joy to the world. 'Bhagwan Ram ki janmabhoomi par ban raha bhavya mandir, sadiyo ki prateeksha ke baad… pic.twitter.com/YzFj9CJDcf
— ANI (@ANI) October 24, 2023
चंद्रयान-3 मिशन की सफलता का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि चंद्र मिशन के करीब दो महीने बाद देश दशहरा का त्योहार मना रहा है. अंतरिक्ष में 40 दिनों की यात्रा के बाद चंद्रयान -3 लैंडर, 'विक्रम', 23 अगस्त को अज्ञात चंद्र दक्षिणी ध्रुव पर उतरा, जिससे भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया. मैं सभी देशवासियों को नवरात्रि और विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. इस बार हम विजयादशमी तब मना रहे हैं जब चंद्रमा पर हमारी जीत को 2 महीने हो गए हैं. हम गीता का ज्ञान भी जानते हैं और हमारे पास आईएनएस विक्रांत और तेजस बनाने की क्षमता भी है.
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