India-Pakistan Relations: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को 2008 के मुंबई आतंकी हमले को भारत-पाक संबंधों का निर्णायक मोड़ बताया. उन्होंने कहा कि इस हमले के बाद भारत की जनता और राजनीतिक दलों ने तय कर लिया कि अब ऐसे उकसावे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. जयशंकर गुजरात के चारोतार विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित एक संवाद कार्यक्रम में बोल रहे थे.
'भारत बदला है, लेकिन पाकिस्तान नहीं'
बता दें कि जयशंकर ने कहा, ''भारत बदल चुका है, काश मैं कह पाता कि पाकिस्तान भी बदला है. दुर्भाग्य से, वह अब भी अपनी बुरी आदतों में फंसा हुआ है. वे भारत के प्रति लगातार नकारात्मक सोच बनाए हुए हैं. 26/11 का हमला एक ऐसा मोड़ था, जब लोगों ने कहा - बस बहुत हो गया.''
यूपीए सरकार पर तंज
वहीं आगे उन्होंने यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ''तत्कालीन प्रतिक्रिया में शायद जनता की भावना पूरी तरह से झलक नहीं पाई थी. लेकिन 2014 के बाद मोदी सरकार ने साफ संदेश दिया कि आतंकवाद का जवाब मिलेगा.''
'अब हमारा ब्रांड टेक्नोलॉजी है, उनका आतंकवाद'
बताते चले कि जयशंकर ने पाकिस्तान पर दोहरे खेल का आरोप लगाते हुए कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिकी मौजूदगी के दौरान उन्होंने आतंकवाद को समर्थन दिया, जो बाद में उन्हीं के खिलाफ हो गया. उन्होंने कहा, ''आज हमारा ब्रांड टेक्नोलॉजी है, जबकि पाकिस्तान का आतंकवाद से जुड़ा हुआ है. आतंकवाद हुआ तो हम जवाब देंगे, लेकिन मैं अपना कीमती वक्त उन पर क्यों खर्च करूं?''
भारत-चीन पर भी रखी बात
इसके अलावा, गलवान विवाद का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया तुरंत और मजबूत थी, जो सरकार की स्पष्ट सोच और दृढ़ नेतृत्व को दर्शाती है.