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'98 लाख रुपये मिले हैं लेकिन राजनाथ सिंह का दावा झूठा है...', अग्निवीर के पिता ने ऐसा क्यों कहा?

Agniveer Ajay Kumar: अग्निवीर के शहीद होने पर पैसे मिलते हैं या नहीं, इस पर विवाद जारी है. अपनी जान गंवाने वाले अजय कुमार के पिता ने कुछ ऐसी बातें कही हैं जिनसे हर कोई कन्फ्यूज हो गया है. उन्हीं की बातों को हर पक्ष अपने हिसाब से पेश कर रहा है और इस पर जमकर राजनीति भी हो रही है. सोशल मीडिया पर उनके पिता के बयान भी अलग-अलग तरह से वायरल हो रहे हैं. राहुल गांधी ने भी दो दिन पहले एक वीडियो जारी किया था, जिसको लेकर खूब चर्चाएं हुईं. 

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Edited By: India Daily Live
Agniveer Controversy
Courtesy: IDL

लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने दावा किया था कि केंद्र सरकार शहीद अग्निवीरों के परिवार को सहायता राशि नहीं देती. इसके बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तुरंत कहा कि राहुल झूठ बोल रहे हैं और शहीद अग्निवीर के परिवार को 1 करोड़ रुपये दिए गए हैं. इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने वीडियो जारी किए. फिर भारतीय सेना ने भी स्पष्टीकरण जारी किया. इस बीच शहीद अजय कुमार के पिता ने कुछ ऐसा कहा है जिससे हर कोई कन्फ्यूज हो गया है. उन्होंने पैसे मिलने की बात को स्वीकार किया है लेकिन यह भी कहा कि राजनाथ सिंह का दावा झूठा है. ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच की बयानबाजी थमने का नाम ही नहीं ले रही है.

23 साल की उम्र में अग्निवीर अजय सिंह इसी साल जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में हुए एक लैंडमाइन ब्लास्ट में मारे गए थे. अजय सिंह पंजाब के लुधियाना के पायल सब-डिवीजन के रहने वाले थे. 29 मई को लुधियाना में चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने अजय सिंह के परिवार से मुलाकात की थी. इसी मुलाकात के आधार पर राहुल गांधी ने लोकसभा में दावा किया कि अजय सिंह के परिवार को सरकार की ओर से मदद नहीं दी गई.

राहुल गांधी के वीडियो में क्या था?

इसी गुरुवार को अजय सिंह के परिवार ने कहा था कि उनके बेटे की मौत के 6 महीने बाद भी केंद्र सरकार या सेना की ओर से अनुग्रह राशि यानी मुआवजा नहीं मिला था. राहुल गांधी ने 3 जुलाई को वीडियो शेयर किया. इस वीडियो के मुताबिक, अजय सिंह के पिता ने राजनाथ सिंह के बयान पर कहा कि उन्हें कोई पैसे नहीं मिले हैं और राजनाथ सिंह की बात गलत है. राहुल गांधी ने दावा किया कि राजनाथ सिंह ने संसद में झूठ बोला है.

बता दें कि संसद में जब राहुल गांधी ने कहा था कि शहीद अग्निवीरों के परिवार को पैसे नहीं मिले तो राजनाथ सिंह ने उन्हें तुरंत टोका था. राजनाथ सिंह ने कहा कि अग्निवीर के परिवार को 1 करोड़ रुपये की मदद दी गई है.

क्या बोले शहीद के पिता?

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अजय सिंह के पिता चरणजीत सिंह काला ने कहा है, 'हमें 98 लाख रुपये इंश्योरेंस कवर के रूप में मिले हैं. इसमें 48 लाख रुपये सेना की ओर से चेक के रूप में मिले, वह भी इंश्योरेंस कवर है, अनुग्रह राशि नहीं. 50 लाख रुपये एक प्राइवेट बैंक से मिले हैं जिसका इंश्योरेंस मेरे बेटे ने करवा रखा था. पंजाब सरकार ने हमें 1 करोड़ रुपये दिए हैं लेकिन राजनाथ सिंह का दावा गलत है कि केंद्र सरकार ने हमें सहायता राशि के रूप में एक करोड़ रुपये दिए हैं. हमें अभी तक सेना या केंद्र सरकार की ओर से अनुग्रह राशि (Ex Gratia) नहीं मिली है.'

इससे पहले, सेना ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर स्पष्टीकरण जारी किया था. सेना ने अपने जवाब में लिखा, 'सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावों में कहा जा रहा है कि अग्निवीर अजय कुमार के परिवार को मुआवजा नहीं मिला है. हम शहीद अजय कुमार के सर्वोच्च बलिदान का सम्मान करते हैं. पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया था. उनके परिवार के 98.39 लाख रुपये दिए गए हैं. अनुग्रह राशि और अन्य फायदों को मिलकर लगभग 67 लाख रुपये (अग्निवीर योजना के प्रावधानों के मुताबिक) पुलिस वेरिफिकेशन के बाद कुछ समय में दिए जाएंगे. इस तरह यह राशि कुल 1.65 करोड़ रुपये होगी.'

क्या है अग्निवीर शहीद के परिवार को मुआवजा मिलने का नियम?

नियमों के मुताबिक, अग्निवीर के शहीद होने की स्थिति में 48 लाख रुपये केंद्र सरकार की ओर से इंश्योरेस कवर के तौर पर दी जाती है. एक MoU के तहत 50 लाख रुपये अन्य वित्तीय संस्थाओं की ओर से दिए जाते हैं. 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, 8 लाख रुपये आर्मी वेलफेयर फंड और बाकी नौकरी में मिलने वाले पैसे  (अजय कुमार के केस में 13 लाख रुपये), 2.3 लाख रुपये सेवा निधि और 39 हजार रुपये अतिरिक्त दिए जाते हैं.

सूत्रों के मुताबिक, इसमें से 98.39 लाख रुपये शहीद के परिवार को दिए जा चुके हैं. बाकी के 67.4 लाख रुपये प्रक्रिया पूरी करने के बाद दिए जाएंगे. बता दें कि शहीद अजय कुमार के पिता ने भावुक होते हुए यह भी कहा था, 'हमने पैसे नहीं मांगे, हमारा बेटा लौटा दिया. अगर सरकार हमारा बेटा लौटा सकती है तो हमें एक पैसा नहीं चाहिए.'