इन दिनों संसद का मानसून सत्र चल रहा है. बुधवार को दिल्ली में हुई मूसलाधार बारिश के बाद शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया है. जगह-जगह से ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं जो दिल्ली के प्रशासनिक तंत्र की पोल खोल रहे हैं. अब देश की नई संसद का एक वीडियो सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि उसकी छत से पानी टपक रहा है. यह वीडियो कांग्रेस के सांसद मणिकम टैगोर ने शेयर किया है. उन्होंने इसे पेपर लीक से जोड़ते हुए कहा है कि बाहर पेपर लीक हो रहा है और अंदर पानी लीक हो रहा है. वहीं, हिमाचल प्रदेश से लेकर केरल तक हो रही भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं के चलते तबाही मची हुई है. इन घटनाओं में अभी तक सैकड़ों लोग मारे गए हैं और देश के लाखों लोग प्रभावित हुए हैं.
बुधवार शाम को शुरू हुई बारिश के बाद ओल्ड राजेंद्र नगर, आईटीओ, नई दिल्ली समेत बाहरी दिल्ली और नोएडा में भी कई जगहों पर जलभराव की स्थिति बन गई. शाम को भी संसद का एक वीडियो सामने आया था जिसमें देखा गया कि मुख्य इमारत के बाहर पानी भर गया था जिससे सांसदों को गाड़ी में बैठने में दिक्कत हो रही थी. कमोबेश यही हाल पूरी दिल्ली का दिखा. हर इलाके से खबरें आईं कि पानी भर गया है. वहीं, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली सरकार और अन्य विभागों की तैयारियों पर एक बार फिर से सवाल खड़े हो गए गए हैं.
Paper leakage outside,
— Manickam Tagore .B🇮🇳மாணிக்கம் தாகூர்.ப (@manickamtagore) August 1, 2024
water leakage inside. The recent water leakage in the Parliament lobby used by the President highlights urgent weather resilience issues in the new building, just a year after completion.
Moving Adjournment motion on this issue in Loksabha. #Parliament pic.twitter.com/kNFJ9Ld21d
अब तमिलनाडु से आने वाले कांग्रेस के सांसद मणिकम टैगोर ने जो वीडियो शेयर किया है, वह संसद की नई बिल्डिंग का है. इसमें देखा जा सकता है कि शीशे से बनाई गई डिजाइनर छत से पानी टपक रहा है. इसके बारे में मणिकम टैगोर लिखते हैं, 'बाहर पेपर लीक, अंदर पानी लीक. हाल ही में उस लॉबी में पानी लीक हो रहा है जिसका इस्तेमाल राष्ट्रपति करती हैं. यह दिखाता है कि नई बिल्डिंग में मौसम से जुड़ी समस्याएं इसके निर्माण के एक साल बाद ही दिखने लगी हैं. इस मुद्दे को लेकर लोकसभा स्थगन प्रस्ताव पेश कर रहा हूं.'
"70 साल - 70 साल" करने वाले 70 सालों के बाद अपने महिमामंडन के लिए जबर्दस्ती अरबों रुपये खर्च करके भी ऐसी संसद नहीं बना पाए जो 17 मिनट की बारिश झेल जाए!
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) July 31, 2024
नए संसद भवन के 'मकर द्वार' पर थोड़ी सी बारिश में ही 'मकर' के तैरने की व्यवस्था हो गई!
#india #RJD pic.twitter.com/81U9BMdJIP
इससे पहले, बुधवार शाम को संसद के मकर द्वार के पास पानी भरने के बाद इसको लेकर कई सवाल उठाए गए. राष्ट्रीय जनता दल ने ट्विटर पर लिखा, '70 साल-70 साल करने वाले 70 सालों के बाद अपने महिमामंडन के लिए जबरदस्ती अरबों रुपये खर्च करके भी ऐसी संसद नहीं बना पाए जो 17 मिनट की बारिश झेल जाए! नए संसद भवन के 'मकर द्वार' पर थोड़ी सी बारिश में ही 'मकर' के तैरने की व्यवस्था हो गई!'