Women Reservation Bill: महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण दिलाने वाला बिल राज्यसभा में पेश हुआ. इस बिल में महिलाओं के लिए विधानसभा और लोकसभा में 33 फीसदी आरक्षण का प्रावधान है. इस बिल के कानून बनने के बाद लोकसभा की 181 सीटें महिलाओं के लिए रिजर्व हो जाएंगी. इस बिल के समर्थन में आज राज्यसभा में तमाम नेताओं ने खुलकर अपनी बातों को रखा. इसी दौरान टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के बीच जुबानी जंग देखने को मिली.
दरअसल राज्यसभा में चर्चा के दौरान टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन अपनी पार्टी का पक्ष रखने के लिए खड़े हुए. तभी सभापति जगदीप घनखड़ ने कहा कि आपकी पार्टी के 7 मिनट बचे हैं. जिसके बाद डेरेक ने कहा कि हमारी पार्टी का समय 10 मिनट बचा है. सांसद डेरेक ने तमतमाते हुए सभापति जगदीप घनखड़ से कहा कि 'क्या आप संसदीय और विधायी प्रक्रिया का माखौल बना रहे है? इसपर सभापति जगदीप धनखड़ ने फटकार लगाते हुए समय का ब्रेकअप दिया और कहा कि यह व्यवहार करने का तरीका ठीक नहीं है.
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि आज पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य, वित्त, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालयों का नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं लेकिन बीजेपी को 16 मुख्यमंत्रियों में से एक भी महिला मुख्यमंत्री नहीं मिल सकी और वे हमें महिलाओं के अधिकारों पर उपदेश दे रहे हैं. डेरेक ओ ब्रायन ने बिल की गोपनीयता को लेकर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि सरकार को कब पता चलेगा कि यह संसदीय लोकतंत्र है. सेना की कार्रवाई नहीं? आपको गोपनीयता की आवश्यकता हो सकती है, लेकिन संसदीय लोकतंत्र में आपको सहयोग की आवश्यकता होती है.