मध्य प्रदेश में सीएम मोहन यादव द्वारा जन्माष्टमी पर सरकारी स्कूल और कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के आदेश पर अब विवाद खड़ा हो गया है. कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जताते हुआ पूछा है कि क्या सरकार शिक्षण संस्थानों में इसी तरह ईद मनाने का आदेश देगी? दरअसल 26 अगस्त को होने वाले जन्माष्टमी पर्व को लेकर मध्य प्रदेश सरकार ने आदेश जारी किया है कि इस बार जन्माष्टमी का पर्व सरकारी तरीके से मनाया जाए.
इस दौरान मंदिरों में साफ-सफाई के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएं. इसके अलावा प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल और कालेजों में जन्माष्टमी पर्व मनाने के साथ ही इस पर्व से जुड़ी घटनाओं को बताने के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाए. इसके लिए 21 अगस्त को ही सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश की प्रति प्रदेश के सभी संभागायुक्तों और कलेक्टरों को भी भेजी है.
वहीं इस आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस विधायक मसूद ने कहा कि इसे सभी पर नहीं थोपा जाना चाहिए. मुझे लगता है कि उसे मनाना उचित नहीं है. खासकर शिक्षण संस्थानों में सरकार विवाद पैदा करना चाहती है, इसलिए आदेश जारी किया गया है. मैं सरकार से पूछता हूं कि क्या वे स्कूलों और कालेजों में इस तरह से ईद और गुरु नानक जयंती मनाने का आदेश जारी करेंगे.
बता दें कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 26 और 27 अगस्त दोनों ही दिन मनाया जाएगा. इस दिन लोग उपवास रख कर इसे मनाएंगे, वहीं भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर सोमवार 26 अगस्त को त्यौहार मनाने की बात कही जा रही है. जबकि श्री कृष्ण की लीला स्थली कहे जाने वाले वृंदावन में मंगलवार 27 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा. इसको लेकर पूरे देश में तैयारी शुरू कर दी गई है. जगह-जगह पूजा पंडाल से लेकर सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है.
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