All India Muslim Personal Law Board: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में हर मुसलमान समुदाय के लोगों को अलविदा जुम्मा के मौके पर काली पट्टी बांधने की अपील की थी. जिसके बाद AIMPLB के सदस्य खालिद रशीद फरंगी महली ने ऐशबाग ईदगाह के सदस्यों के साथ वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ काली पट्टी बांधें नजर आएं
AIMPLB ने अपने पोस्ट में पत्र को साझा करते हुए लिखा कि दिल्ली के जंतर-मंतर और पटना में मुसलमानों के जोरदार विरोध प्रदर्शन ने कम से कम भाजपा के सहयोगी दलों में हलचल पैदा कर दी है.
AIMPLB ने अपने पत्र में आगे की प्लानिंग साझा करते हुए लिखा कि अब 29 मार्च 2025 को विजयवाड़ा में भी एक बड़ा विरोध प्रदर्शन होने वाला है. साथ ही उन्होंने इस बिल को एक भयावह साजिश बताया है. उन्होंने लिखा कि मुसलमानों को उनकी मस्जिदों, ईदगाहों, मदरसों, दरगाहों, खानकाहों से दूर करने की कोशिश की जा रही है. हमें हमारे कब्रिस्तान और धर्मार्थ संस्थान से दूर करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि अगर इस विधेयक को पारित कर दिया जाता है तो कई सारे मदरसे, कब्रिस्तान और मस्जिदें हमसे छीन लिए जाएंगे.
#WATCH | Lucknow | Member of All India Muslim Personal Law Board, Khalid Rasheed Farangi Mahli, along with Aishbagh Eidgah members, wears a black armband against Waqf Amendment Bill pic.twitter.com/JbdQZAkNfA
— ANI (@ANI) March 28, 2025
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस विधेयक का विरोध करते हुए मुसलमान समुदाय के सभी लोगों से विरोध करने की अपील की है. बोर्ड की ओर से कहा गया है कि देश के हर मुसलमान की जिम्मेदारी है कि वह इसका विरोध करें. इसके लिए अलविदा जुम्मे पर मस्जिद में आते समय शोक और विरोध की मौन और शांतिपूर्ण अभिव्यक्ति के रूप में काली पट्टी बांधने की अपील की थी. जिसके बाद कई लोगों ने उनके अपील को मानी भी है और हाथों पर काली पट्टी बांधे नजर भी आएं.