Dry Ice: छत्तीसगढ़ राज्य के राजनांदगांव जिले में ड्राई आइस को बर्फ समझकर खाने पर एक बच्चे की मौत हो गई. बच्चे की आयु 3 साल बताई जा रही है. शादी के दौरान मटकियों से ड्राई आइस डालकर धुआं निकाला जा रहा था. इवेंट टीम ने फोटोग्राफी पूरी होने के बाद आइस को खुले में फेंक दिया. खुले में बर्फ समझकर इसे बच्चों ने खा लिया जिसमें एक बच्चे की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई.
ड्राई आइस एक तरह की सूखी बर्फ है. इसका तापमान -80 डिग्री सेल्सियस तक होता है. यह ठोस कार्बन डाईऑक्साइड से बनी होती है. इसे सामान्य शब्दों में इस प्रकार समझा जा सकता है जैसे कि जब आप साधारण बर्फ को मुंह में रखते हैं तो वह पिघलकर पानी बनने लगती है लेकिन इसे मुंह में रखने पर सीधे कार्बन डाईऑक्साइड गैस में फैल जाता है. ड्राई आइस का इस्तेमाल अक्सर कम तापमान के कारण किराने के स्टोर और मेडिकल चीजों को स्टोर करने में किया जाता है. इसके अलावा इसका प्रयोग फोटोशूट और थियेटर में भी होता है. ड्राई आइस खाने के बाद कुछ हानिकारक परिणाम सामने आ सकते हैं.
ड्राई आइस के सीधे संपर्क में आने की वजह से स्किन और टिश्यू के जमने की समस्या हो सकती है. चूंकि यह बहुत ठंडी होती है इसलिए इसे खाने की वजह से मुंह, फूड बाइक्स और जलन हो सकती है. इसे खाने के बाद पाचन तंत्र में बड़ी बाधा आ सकती है जिससे दम घुटने से पीड़ित की मौत हो सकती है.