विस्तार एयरलांइस का एयर इंडिया में जल्द ही विलय होने वाला है. माना जा रहा है कि ये डील 12 नवंबर को फाइनल हो जाएगी. विस्तार ने कहा कि 3 सितंबर के बाद से यात्री विस्तारा में टिकट नहीं बुक कर पाएंगे. सभी बुकिंग एयर इंडिया के वेबसाइट से की जाएगी. शुक्रवार को ने सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) ने घोषणा की है कि उसे विलय प्रक्रिया के हिस्से के रूप में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है.
विस्तारा-एयर इंडिया के विलय के साथ सिंगापुर एयरलाइंस एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगा. नवंबर 2022 में पहली बार घोषित किए जाने वाले इस विलय से दुनिया के सबसे बड़े एयरलाइन समूहों में से एक का निर्माण होगा, जिसमें विमानन उद्योग में दो प्रमुख खिलाड़ियों की ताकत का संयोजन होगा.
इस डील से एयरलांइस मार्केट में एयर इंडिया की ताकत और बढ़ेगी. भारत सरकार से मंजूरी मिलने के बाद सिंगापुर एयरलाइंस टाटा समूह के स्वामित्व वाली नई विस्तारित एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करेगी. विस्तारा के पास वर्तमान में टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस के बीच 51:49 का संयुक्त मालिकाना हक है. इस साल के अंत तक एयर इंडिया में एकीकृत कर दिया जाएगा, जिससे विलय को मजबूती मिलेगी.
विस्तारा के सीईओ विनोद कन्नन ने शुक्रवार को बताया कि 3 सितंबर, 2024 के बाद यात्री विस्तारा की फ्लाइट नहीं बुक कर सकेंगे. इसके बजाय अब इस कंपनी की सभी सेवाएं एयर इंडिया की वेबसाइट से मिल सकेंगी और यात्रियों को सारे अपडेट यहीं से दिए जाएंगे. हालांकि विस्तारा ने साफ किया है कि जिन यात्रियों ने 3 सितंबर से पहले टिकट बुक कराया होगा उन्हें 11 नवंबर तक उड़ान की इजाजत दी जाएगी.
यह विलय भारत में एयलाइंस मार्केट को नया आकार देगा तथा एयर इंडिया को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत कंपनी के रूप में स्थापित करेगा. इस मर्जर से एयरलाइंस मार्केट में और प्रतिस्पर्धा आएगी. साथ ही यात्रियों को सस्ते एयर टिकट मिलने की उम्मीद है.