Violence In Sandeshkhali: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में मतदान बाद फिर से हिंसा भड़क उठी है. यहां के कई इलाकों में छुटपुट रूप से गड़बड़ी की सूचना मिली. इसके बाद मारपीट, तोड़फोड़ और अशांति फैलाने के आरोप में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया. अब पुलिस और प्रशासन ने शांति बनाने के लिए चार पंचायतों में धारा 144 लगा दी है. वहीं माइकिंग कर शांति की अपील की जा रही है. राज्यपाल ने सीएम ममता बनर्जी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने को कहा है.
मतदान के बाद संदेशखाली में फिर से हिंसा की घटना में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनपर मारपीट, तोड़फोड़ और अशांति फैलाने के आरोप हैं. प्रशासन शांति बनाए रखने की कोशिश कर रहा है. इस बीच सियासत भी होने लगी है.
संदेशखाली के अगरघाटी इलाके में भी झड़प की घटना घटी. मतदान के दिन पुलिस और भीड़ में झड़प की स्थिति बन गयी थी. रविवार सुबह पुलिस गांव में दाखिल हुई तो लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. जब पुलिस एक लड़के को ले जाने लगी तो उसकी महिलाओं से झड़प हो गई.
सरबेरिया गांव में ग्रामीणों ने TMC के खिलाफ हिंसा की शिकायत की थी. बीजेपी कार्यकर्ता और समर्थक सुरक्षा की मांग को लेकर पुलिस को एक ज्ञापन भी सौंपा.इस बीच, पुलिस और स्थानीय महिलाओं में भिड़ंत हो गई. जब महिलाओं ने केंद्रीय बल के जवानों को देखा तो तालाब में कूद गईं.
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा है. उन्होंने संदेशखाली में हो रहे हिंसा को लेकर भी चिंता जताई है. राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में हिंसा की घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में सूचित करने के लिए कहा है.
राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने पत्र लिखकर उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में हिंसा की घटनाओं पर संज्ञान लिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री से हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में सूचित करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा अगर ऐसा चलता रहा तो पीड़ितों के लिए राजभवन के दरवाजे खोल दूंगा.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जब पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने गई तो संदेशखाली के गांव में महिलाओं ने उनके साथ हाथापाई की. पुलिस कथित तौर पर वोटिंग के दौरान गड़बड़ी करने वालों की तलाश में वहां गई थी. इसी दौरान महिलाओं ने कर्मियों के साथ हाथापाई का पेड़ों की टहनियां गिरा दीं और सड़कों को बंद कर दिया.