मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन बिल के विरोध में हिंसा, तीन की मौत; हाईकोर्ट ने दिया ये आदेश

शुक्रवार को सुजुरमोर क्रॉसिंग पर एक अज्ञात व्यक्ति को गोली लगने से मौत हो गई. समशेरगंज में एक पिता-पुत्र, हरगोबिंद दास (72) और चंदन दास (40), को उपद्रवियों ने कथित तौर पर काटकर मार डाला.

Imran Khan claims

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 के विरोध में शुरू हुए हिंसक प्रदर्श मेंसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए. हिंसा को लेकर अब तक 118 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शांति की अपील करते हुए कहा, "धर्म के नाम पर कोई गैर-धार्मिक गतिविधि न करें." उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कानून राज्य में लागू नहीं होगा. इस बीच, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने गुरुवार तक मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बल तैनात करने का आदेश दिया.

हिंसा का भयावह रूप
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को सुजुरमोर क्रॉसिंग पर एक अज्ञात व्यक्ति को गोली लगने से मौत हो गई. समशेरगंज में एक पिता-पुत्र, हरगोबिंद दास (72) और चंदन दास (40), को उपद्रवियों ने कथित तौर पर काटकर मार डाला. प्रोसेनजीत दास, एक रिश्तेदार, ने बताया, "भीड़ ने क्षेत्र में उत्पात मचाया. वे घर में घुसे, दोनों को बाहर खींचा, मार डाला और घर लूट लिया. पुलिस देर से पहुंची. मैं दूसरे घर की छत पर छिप गया था." शनिवार सुबह समशेरगंज में फिर से हिंसा भड़की, जिसे नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस और बीएसएफ बल तैनात किया गया.

पुलिस का कड़ा रुख
राज्य पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने कहा, "हम गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम इसका बहुत सख्ती से जवाब देंगे. पुलिस न्यूनतम बल प्रयोग करती है, लेकिन जहां जरूरत होगी, हम सख्ती से निपटेंगे." उन्होंने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी. एडीजी जावेद शमीम ने पुष्टि की कि शुक्रवार शाम भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गोलीबारी करनी पड़ी.  शमीम ने कहा, "सुजुरमोर क्रॉसिंग पर प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 12 जाम कर दिया. हमने लाठीचार्ज और आंसू गैस का उपयोग किया, लेकिन भीड़ ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और पुलिस पर हमला किया. चार राउंड गोलीबारी हुई, जिसमें दो लोग घायल हुए."

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
टीएमसी विधायक मनीरुल इस्लाम के घर पर शुक्रवार को पथराव और तोड़फोड़ हुई. "भीड़ ने मेरे घर पर पथराव किया. मैं घर पर नहीं था. प्रदर्शनकारियों से बात करने गया, लेकिन उन्होंने मुझे धमकाया," इस्लाम ने कहा. टीएमसी सांसद खलीलुर रहमान के कार्यालय पर भी हमला हुआ. ममता बनर्जी ने शनिवार को सोशल मीडिया पर लिखा, "सभी धर्मों से अपील है, शांत रहें. धर्म के नाम पर गैर-धार्मिक गतिविधि न करें. हर व्यक्ति की जान कीमती है. राजनीति के लिए दंगे न भड़काएं. केंद्र सरकार ने यह कानून बनाया, उनसे सवाल करें. हमने कहा है कि हम इस कानून को समर्थन नहीं करते और इसे लागू नहीं करेंगे. फिर दंगे क्यों?"

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