पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 के विरोध में शुरू हुए हिंसक प्रदर्श मेंसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए. हिंसा को लेकर अब तक 118 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शांति की अपील करते हुए कहा, "धर्म के नाम पर कोई गैर-धार्मिक गतिविधि न करें." उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कानून राज्य में लागू नहीं होगा. इस बीच, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने गुरुवार तक मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बल तैनात करने का आदेश दिया.
हिंसा का भयावह रूप
पुलिस का कड़ा रुख
राज्य पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने कहा, "हम गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम इसका बहुत सख्ती से जवाब देंगे. पुलिस न्यूनतम बल प्रयोग करती है, लेकिन जहां जरूरत होगी, हम सख्ती से निपटेंगे." उन्होंने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी. एडीजी जावेद शमीम ने पुष्टि की कि शुक्रवार शाम भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गोलीबारी करनी पड़ी. शमीम ने कहा, "सुजुरमोर क्रॉसिंग पर प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 12 जाम कर दिया. हमने लाठीचार्ज और आंसू गैस का उपयोग किया, लेकिन भीड़ ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और पुलिस पर हमला किया. चार राउंड गोलीबारी हुई, जिसमें दो लोग घायल हुए."
The Union Home Secretary says apart from nearly 300 BSF personnel locally available in Murshidabad, additional 5 Companies have been deployed at the request of the State Government: MHA pic.twitter.com/kUMyGVlv3j
— Press Trust of India (@PTI_News) April 12, 2025
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
टीएमसी विधायक मनीरुल इस्लाम के घर पर शुक्रवार को पथराव और तोड़फोड़ हुई. "भीड़ ने मेरे घर पर पथराव किया. मैं घर पर नहीं था. प्रदर्शनकारियों से बात करने गया, लेकिन उन्होंने मुझे धमकाया," इस्लाम ने कहा. टीएमसी सांसद खलीलुर रहमान के कार्यालय पर भी हमला हुआ. ममता बनर्जी ने शनिवार को सोशल मीडिया पर लिखा, "सभी धर्मों से अपील है, शांत रहें. धर्म के नाम पर गैर-धार्मिक गतिविधि न करें. हर व्यक्ति की जान कीमती है. राजनीति के लिए दंगे न भड़काएं. केंद्र सरकार ने यह कानून बनाया, उनसे सवाल करें. हमने कहा है कि हम इस कानून को समर्थन नहीं करते और इसे लागू नहीं करेंगे. फिर दंगे क्यों?"