पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में गुरुवार को वक्फ (संशोधन) कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान फिर से हिंसा भड़क उठी. जंगीपुर क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस जीप को आग के हवाले कर दिया और कई वाहनों व मोटरसाइकिलों में तोड़फोड़ की. स्थानीय टीएमसी सांसद खलीलुर रहमान के कार्यालय पर भी हमला हुआ और उसे क्षतिग्रस्त कर दिया गया.
कैसे भड़की हिंसा
पुलिस के अनुसार, गुरुवार दोपहर सैकड़ों लोगों ने जंगीपुर उपखंड के धुलियान के पास शजूरमोर क्रॉसिंग पर राष्ट्रीय राजमार्ग 12 को अवरुद्ध कर दिया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "जब पुलिस ने जाम हटाने की कोशिश की, तो उन पर पथराव किया गया. प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस जीप और एक मोटरसाइकिल को आग लगा दी. राजमार्ग पर फंसे ट्रकों पर भी पथराव हुआ और अन्य वाहनों में तोड़फोड़ की गई."
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. सांसद खलीलुर रहमान ने द इंडियन एक्सप्रेस को फोन पर बताया, "राज्य सरकार को बदनाम करने की गहरी साजिश है. धुलियान में मेरा कार्यालय तोड़ दिया गया. मैं उस समय वहां नहीं था. शजूरमोर क्रॉसिंग से गुजर रहा था, तभी प्रदर्शनकारियों ने मुझे रोका और गाली-गलौज की. पुलिस ने मुझे सुरक्षित निकाला. प्रदर्शनकारियों के पास न कोई झंडा था, न कोई नेता."
प्रशासनिक कार्रवाई
क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. जिले में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं. मुर्शिदाबाद के जिला मजिस्ट्रेट राजर्षि मित्रा ने कहा, "पुलिस तैनात है और क्षेत्र पर नियंत्रण बनाए हुए है. हम नुकसान का आकलन कर रहे हैं."
रेल और सड़क पर असर
पूर्वी रेलवे ने बताया कि धुलियानगंगा और निमटीता स्टेशनों के बीच प्रदर्शनकारियों के अवरोध के कारण पांच ट्रेनें विभिन्न स्थानों पर रुकी रहीं. इससे पहले, 8 अप्रैल को जंगीपुर के उमरपुर में वक्फ कानून के प्रदर्शनकारियों ने राजमार्ग 12 को अवरुद्ध कर पुलिस जीपों को आग लगाई थी.
राजनीतिक प्रतिक्रिया
विपक्ष के नेता और बीजेपी विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा, 'आंदोलन के नाम पर गुंडे राज्य के विभिन्न हिस्सों, जिसमें मुर्शिदाबाद शामिल है, में ऐसा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो गृह मंत्री भी हैं, इसके लिए जिम्मेदार हैं. पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है."