मुंबई: शरद पवार गुट को चुनाव आयोग ने नया चुनाव चिन्ह दिया है. आयोग ने शरद पवार गुट की पार्टी के नए नाम 'एनसीपी शरद चंद्र पवार' को मंजूरी दी थी. शरद गुट का चुनाव चिह्न वट वृक्ष है, इसे लेकर विश्व हिंदू परिषद को आपत्ति है. वीएचपी ने शरद पवार के नए सिंबल पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि ये हमारे संगठन का प्रतिक है.
अजित पवार को एनसीपी का सिंबल और नाम मिलने के बाद चुनाव आयोग ने शरद पवार गुट से नए नाम और चुनाव चिन्ह के लिए सुझाव मांगे थे. मंगलवार को शरद पवार गुट को झटका देते हुए चुनाव आयोग अजित गुट को ही असली एनसीपी बताया था.
अजित पवार ने की बगावत
पिछले साल अजित पवार के बगावत के बाद NCP के दो फाड़ हो गए. 2023 के जुलाई में अजित पवार NCP के 40 विधायकों के साथ महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे. उन्हें बीजेपी गठबंधन सरकार में डिप्टी CM का पद मिला. शरद से बगावत के बाद अजित ने दावा किया था कि NCP का बहुमत उनके पास है. इसलिए पार्टी के नाम और सिंबल पर उनका अधिकार है. अजित ने 30 जून को चुनाव आयोग में याचिका दायर कर NCP पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर दावा किया था.
किसी पार्टी में फूट के बाद असली बॉस का चुनाव कैसे किया जाता है? चुनाव आयोग मुख्य रूप से तीन चीजों को देखती है. चुने हुए प्रतिनिधी किस गुट के पास ज्यादा हैं. पार्टी के पदाधिकारी किसके पास अधिक है और किस गुट के पास संपत्तियां हैं. फैसाल आमतौर पर चुने गए प्रतिनिधियों के बहुमत के आधार पर लिया जाता है.