Valentines Day 2025: वैलेंटाइन वीक प्यार, रोमांस और भावनाओं को व्यक्त करने का विशेष अवसर होता है. इस दौरान प्रेमी एक-दूसरे को उपहार देकर और साथ समय बिताकर अपने प्रेम को दर्शाते हैं. 14 फरवरी को मनाया जाने वाला वैलेंटाइन डे प्रेम का उत्सव है, जहां जोड़े एक-दूसरे के प्रति अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त करते हैं. हालांकि, बहुत कम लोग जानते हैं कि इस दिन का इतिहास बेहद दुखद और भावनात्मक रूप से गहराई लिए हुए है.
वैलेंटाइन डे का दुखद इतिहास
तीसरी शताब्दी में रोम में एक ईसाई पादरी, संत वैलेंटाइन, प्रेम और करुणा के लिए प्रसिद्ध थे. कहा जाता है कि सम्राट क्लॉडियस द्वितीय ने सैनिकों के विवाह पर प्रतिबंध लगा दिया था, क्योंकि वह मानते थे कि शादी करने से सैनिकों की ताकत और निष्ठा प्रभावित होती है. संत वैलेंटाइन ने इस अन्याय का विरोध किया और गुप्त रूप से युवा सैनिकों का विवाह कराना शुरू कर दिया. जब यह बात सम्राट को पता चली, तो उन्होंने संत वैलेंटाइन को गिरफ्तार कर लिया और 14 फरवरी को मृत्युदंड दे दिया. बता दें कि मृत्यु से पहले, संत वैलेंटाइन ने एक पत्र लिखा, जिस पर उन्होंने हस्ताक्षर किए थे, ''आपके वैलेंटाइन की ओर से''. ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने सम्राट की बेटी को ठीक किया और उनके प्रति प्रेम की भावना भी प्रकट की. यह प्रेम और बलिदान की भावना ही है, जिसने वैलेंटाइन डे को एक ऐतिहासिक महत्व प्रदान किया.
कैसे बना यह दिन प्रेम का प्रतीक?
बताते चले कि जैसे-जैसे ईसाई धर्म का प्रसार हुआ, वैलेंटाइन डे ने लुपरकेलिया नामक प्राचीन रोमन प्रजनन पर्व की जगह ले ली. पहले इस उत्सव में जानवरों की बलि दी जाती थी और पुरुषों एवं महिलाओं को यादृच्छिक रूप से जोड़ा जाता था. लेकिन समय के साथ, यह दिन प्रेम और रिश्तों के सम्मान का पर्व बन गया.
भारत में वैलेंटाइन डे का उत्सव
वहीं बता दें कि भारत में वैलेंटाइन डे युवाओं के बीच अत्यधिक लोकप्रिय हो चुका है. प्रेमी जोड़े इस दिन को विशेष बनाने के लिए रोमांटिक डेट पर जाते हैं, उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं और अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त करते हैं.
वैलेंटाइन वीक 7 फरवरी से शुरू होता है और हर दिन प्रेम के विभिन्न रूपों को समर्पित होता है-
हालांकि, वैलेंटाइन डे सिर्फ प्रेमी जोड़ों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी रिश्तों में स्नेह और सम्मान प्रकट करने का अवसर है. इसे दोस्ती, परिवार और प्रियजनों के प्रति अपने प्रेम और कृतज्ञता को दिखाने के दिन के रूप में भी मनाया जा सकता है.