Maharashtra: महाराष्ट्र में केंद्र और राज्य सरकार की परियोजनाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देने पर केंद्रित हैं. पिछले महीने पीएम मोदी ने पालघर जिले के गरधन में विशाल वाढवन पोर्ट का शिलान्यास किया. इस परियोजना के माध्यम से ग्रेटर मुंबई क्षेत्र, महाराष्ट्र और पूरे भारत के आर्थिक विकास के लिए एक नया गलियारा प्रदान किया जा रहा है, जो भारत के आर्थिक विकास को गति देने में महत्वपूर्ण साबित होगा.
महाराष्ट्र के लिए ऐतिहासिक दिन
जेएनपीटी से होगा तीन गुना बड़ा
जेएनपीटी को देश का सबसे बड़ा पोर्ट माना जाता है लेकिन वाढवन पोर्ट जेएनपीटी से तीन गुना बड़ा होगा. वाढवन पोर्ट के बनते ही देश के पोर्ट की कुल कंटेनर क्षमता दोगुनी होकर 298 मिलियन मीट्रिक टन हो जाएगी.
India’s largest, first in many aspects and among Top 10 ports of the world - Vadhvan Port will be the game changer !
— Jayant Rokade (मोदी का परिवार ) (@jayant_rokade) September 2, 2024
Maharashtra will have the added advantages and Palghar’s growth story is set to take a giant leap!
Thank you Hon PM Narendra Modi ji !#ModiAtVadhvan pic.twitter.com/uuManQjwjZ
फडणवीस, पवार और एकनाथ शिंदे का दूरदर्शी नेतृत्व
बता दें डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस, अजित पवार और सीएम एकनाथ शिंदे की तिकड़ी दूरदर्शी नेतृत्व के रूप में पहचानी जाती है. शिंदे-फडणवीस की जोड़ी ने समृद्धि हाईवे को समय पर पूरा करके एक रिकॉर्ड बनाया था. यही नहीं MTHL यानी अटल सेतु भी फडनवीस के प्रयासों से पूरा हुआ.
392 गांवों से होकर गुजरता है हाईवे
समृद्धि हाईवे महाराष्ट्र के दस जिलों के 392 गांवों से होकर गुजरता है. जिन जिलों से यह मार्ग गुजरता है, उनमें विदर्भ और मराठवाड़ा शामिल हैं, जहां बंदरगाह के जरिए कृषि वस्तुओं और औद्योगिक उत्पादों को जल्दी विदेश भेजा जा सकेगा. ऐसे में इस बंदरगाह के निर्माण से महाराष्ट्र की ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास में तेजी आएगी.