Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तरकाशी के सुरंगों में फंसे सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. सुरंग में फंसे सभी मजदूरों के परिजन अपने लोगों के बाहर आने का इन्तजार कर रहे था. इसी कड़ी में एक मजदूर का पिता भी शामिल था. सुरंग में फंसे मजदूर भक्तू मुर्म के पिता अपने बेटे के बाहर आने का इंतजार कर रहे थे. हालांकि जिस दिन भक्तू मुर्म को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया उसी दिन उनके पिता ने अंतिम सांस ली.
सुरंग में फंसे मजदूर भक्तू मुर्मू के पिता बासेत उर्फ बारसा मुर्मू अपने बेटे के बाहर आने की खबर सुनने से पहले ही अंतिम सांस ली. पिछले 17 दिन बारसा मुर्मू इसी इंतजार में थे कि उनका बेटा वापस आयेगा लेकिन मंगलवार को उनका निधन हो गया. जानकारी के अनुसार मंगलवार को सुबह 8:00 बजे नाश्ता करने के बाद बास्ते मुर्मू खाट पर बैठे थे और फिर अचानक वह खाट से गिर गए जिसके बाद उनकी मौत हो गई.
परिवार के सदस्यों ने बताया कि उत्तरकाशी के सुरंग में बेटे के फंसने की घटना की जानकारी मिलने के बाद से वह उदास थे. बेटे के सुरंग से बाहर आने को लेकर लंबे समय से कोई सकारात्मक खबर नहीं मिलने के कारण वह उदास होते जा रहे थे. मंगलवार को अपने बेटे को सुरंग से बाहर आने के खबर सुनने से पहले ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई.