menu-icon
India Daily

उत्तराखंड के उत्तरायणी मेले में रोटी पर थूकता था युवक, पुलिस ने 2 लोगों पर कसी नकेल

उत्तरायणी मेला, जो उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, इन दिनों लोगों की भारी भीड़ आकर्षित कर रहा है. इस मेले में एक समुदाय विशेष के दुकानदार का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें रोटी बनाते वक्त एक व्यक्ति तंदूर में डालने से पहले उस पर थूकता हुआ दिखाई दे रहा है.

auth-image
Edited By: Babli Rautela
Uttarayani Fair Roti Spitting Video Viral
Courtesy: Social Media

Uttarayani Fair Roti Spitting Video Viral: उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में चल रहे उत्तरायणी मेले में एक दुकानदार द्वारा रोटी में थूकने का वीडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया. घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस मामले ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, जिससे स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों में आक्रोश है.

उत्तरायणी मेला, जो उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, इन दिनों लोगों की भारी भीड़ आकर्षित कर रहा है. इस मेले में एक समुदाय विशेष के दुकानदार का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें रोटी बनाते वक्त एक व्यक्ति तंदूर में डालने से पहले उस पर थूकता हुआ दिखाई दे रहा है. पास खड़ा दूसरा व्यक्ति भी इस हरकत का समर्थन कर रहा था. वीडियो वायरल होते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस हरकत में आ गई. अधिकारियों ने पहले वीडियो की सत्यता की जांच की और फिर पुष्टि होने पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की.

आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी

पुलिस ने मामले में आमिर (30) पुत्र शौकत अली और फिरासत (25) पुत्र लियाकत, दोनों निवासी टांडा बादली, जिला रामपुर (उत्तर प्रदेश) को गिरफ्तार किया है. इन दोनों पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया गया है. गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में अल्मोड़ा जेल भेज दिया गया.

घटना के बाद बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठनों ने आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की. संगठनों का कहना है कि ऐसी हरकतें धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं और समाज में तनाव उत्पन्न करती हैं.

प्रशासन ने की त्वरित कार्रवाई

घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला अभिहित अधिकारी ललित मोहन पांडेय, ईओ मोहम्मद यामीन शेख, कोतवाल कैलाश सिंह नेगी और तहसीलदार दिलीप सिंह ने तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली. पुलिस ने मेले में अन्य दुकानों पर भी सतर्कता बढ़ा दी है और खाद्य सुरक्षा मानकों की जांच शुरू कर दी है.

घटना से स्थानीय लोग काफी नाराज हैं. उनका कहना है कि उत्तरायणी मेला राज्य की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान है. इस तरह की घटनाएं न केवल मेले की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश भी हो सकती हैं.

पृष्ठभूमि जांच और भविष्य की तैयारियां

स्थानीय लोगों और संगठनों ने मांग की है कि प्रशासन बाहरी व्यापारियों की पृष्ठभूमि की जांच सुनिश्चित करे और खाद्य सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करवाए. इसके साथ ही, प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी और मेले की शांति भंग नहीं होने दी जाएगी.

यह पहली बार नहीं है जब ऐसी घटना सामने आई है. देहरादून और मसूरी में भी रोटी और चाय बनाते समय थूकने की घटनाएं पहले सुर्खियां बटोर चुकी हैं. उत्तरायणी मेला जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन में इस प्रकार की घटनाएं गंभीर चिंता का विषय हैं. प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों और मेले की गरिमा और सांस्कृतिक धरोहर सुरक्षित रहे.

(इस खबर को इंडिया डेली लाइव की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)