बाइक से स्टंट करने वालों की खैर नहीं, अब Harley Davidson से पीछा करेगी उत्तराखंड की पुलिस
Uttarakhand News: उत्तराखंड सरकार ने सड़क हादसों पर रोक लगाने के लिए अहम फैसला किया है. प्रदेश सरकार अब यातायात पुलिस को हाईटेक करने जा रही है. ट्रैफिक पुलिस कर्मी अब एडवांस और हाईटेक बाइक्स का इस्तेमाल करेंगे. इन हाइटेक बाइक्स को अंतरराज्यीय सीमाओं, ब्लैक स्पॉट्स और एक्सीडेंट संभावित क्षेत्रों पर तैनात किया जाएगा जिससे सड़क हादसों को रोकने में मदद मिलेगी.
Uttarakhand News: बाइक से स्टंट और स्पीड लगाने वालों की अब खैर नहीं है. उत्तराखंड यातायात निदेशालय ने ट्रैफिक पुलिस को 8 हार्ले डेविडसन या बीएमडब्ल्यू मोटरसाइकिलों से लैस करने के लिए 1.6 करोड़ रुपये की योजना का प्रस्ताव दिया है.राज्य सरकार की प्रारंभिक मंजूरी के बाद इन एडवांस्ड बाइक्स को जल्द ही यातायात विभाग में शामिल कर लिया जाएगा. इनकी मदद से स्पीड और स्टंट करने वाले लोगों को ट्रैफिक पुलिस पकड़ सकेगी. उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में हो रहे हादसों को नियंत्रण करने के लिए यह फैसला किया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यातायात निदेशक मुख्तार मोहसिन ने कहा कि इन हाइटेक बाइक्स को अंतरराज्यीय सीमाओं, ब्लैक स्पॉट्स और एक्सीडेंट संभावित क्षेत्रों पर तैनात किया जाएगा. इससे सड़क हादसों से निपटने में सहायता मिलेगी.
सड़क हादसों में हुई इतने लोगों की मौत
मोहसिन ने कहा कि मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में हाल ही में हुई बैठक में सामने आया कि जनवरी से अप्रैल के बीच दो पहिया वाहनों के कारम सड़क हादसों में काफी वृद्धि हुई है. इस दौरान 98 एक्सीडेंट हुए हैं जिनमें कुल 44 लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा 90 लोग घायल भी हुए हैं. पिछले साल भी इस समयावधि में 39 लोगों की जान गई थी वहीं 54 लोग घायल हो गए थे.
स्टंटबाजी पर अब लगेगी लगाम
हाईटेक बाइक्स की जरूरत पर यातायात निदेशक मोहसिन ने कहा कि ज्यादातर स्टंट बाइकर एडवांस हाईटेक बाइक्स का इस्तेमाल करते हैं.इनसे निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारियों को भी एडवांस हाईटेक बाइक्स की जरूरत थी. यातायात निदेशक ने आगे कहा कि इन नियमों को लागू करने और अपराध से निपटने के लिए हमें उनकी गति से मेल खाने में सक्षम हाई-टेक दोपहिया वाहनों की जरूरत है.
ट्रैफिक पुलिस दुरुस्त कर रही सुविधाएं
रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा प्रदेश में 10 स्थानों पर 74 लाख रुपये के खर्च से स्पीड साइन बोर्ड और कैमरों को लगाया जाएगा. इससे चालान में कार्रवाई होगी. इसके अलावा कई खतरनाक मोड़ों पर हादसों को रोकने के लिए यातायात निदेशालय 9.55 लाख रुपये की मदद से 147 कॉन्वेक्स मिरर भी लगाएगा. इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के कंधे पर लगाने के लिए 1243 शोल्डर लाइट भी खरीदी जाएंगी.