अबू धाबी में सुपुर्द ए खाक हुई यूपी की 'शहजादी', परिवार ने दी बेटी के पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई

शहजादी को 15 फरवरी को दुबई में फांसी दे दी गई थी. 33 साल की शहजादी खान अबू धाबी की अल वथबा जेल में बंद थी. उसे एक बच्चे की हत्या के आरोप में दोषी ठहराया गया था.

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के मटौंध थाना क्षेत्र की रहने वाली शहजादी खान को आज यूएई के नियमों के अनुसार अबू धाबी में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया. विदेश मंंत्रालय ने बताया कि उनके अंतिम संस्कार से पहले, शहजादी के परिवार के अधिकृत प्रतिनिधियों ने पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी. वे मस्जिद में अंतिम संस्कार की नमाज़ के साथ-साथ बनिया कब्रिस्तान में दफ़न में भी शामिल हुए. दूतावास के अधिकारियों ने इस संबंध में अधिकृत प्रतिनिधियों की सहायता की और अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए.

शहजादी पर बच्चे की हत्या का आरोप

बता दें कि शहजादी को 15 फरवरी को दुबई में फांसी दे दी गई थी. 33 साल की शहजादी खान अबू धाबी की अल वथबा जेल में बंद थी. उसे एक बच्चे की हत्या के आरोप में दोषी ठहराया गया था.

भारत सरकार ने की थी शहजादी को बचाने की पूरी कोशिश
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने बताया था कि भारतीय दूतावास ने शहजादी को हर संभव कानूनी सहायता दी थी, यूएई सरकार के पास दया याचिका दायर की थी, क्षमा की अर्जी भी दी थी लेकिन हमारी सारी कोशिशें बेकार रहीं.

क्या था पूरा मामला
बात 2021 की है, आगरा का रहने वाला उजैर शहजादी को अपने प्रेमजाल में फंसाकर दुबई में अपने रिश्तेदारों के घर छोड़ आया. दिसंबर 2021 में शहजादी को अबू धाबी का वीजा मिला और वह दुबई होते हुए यूएई पहुंची. वहां उजैर के रिश्तेदार के बेटे की हत्या का आरोप शहजादी पर लगा. मामला अदालत में पहुंचा और शहजादी को फांसी की सजा सुनाई गई.