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India Daily

'यूपी रोडवेज के बसों में 22 जनवरी तक सुनाई देंगे रामभजन', रामोत्सव को लेकर योगी सरकार का आदेश

अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए अयोध्या के हर 200 किलोमीटर पर इंटरसेप्टर गाड़ियां तैनात की जाएंगी. इसके अलावा, अयोध्या से लखनऊ, गोरखपुर, सुल्तानपुर के बीच सभी टोल प्लाजा पर हेल्प डेस्क भी बनाया जाएगा.

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Edited By: Om Pratap
UPSRTC Bus Ram Bhajan

हाइलाइट्स

  • श्रद्धालुओं की मदद के लिए तैनात होंगे इंटरसेप्टर
  • अयोध्या में टोल प्लाजा पर बनेंगे हेल्प डेस्क
  • सड़क किनारे एंबुलेंस, पेट्रोलिंग वैन की भी होगी तैनाती

UPSRTC Buses play ram bhajan Pran Pratishtha: भव्य राम मंदिर के उद्घाटन समारोह यानी 22 जनवरी तक उत्तर प्रदेश रोडवेज के बसों में रामभजन बजेंगे. योगी सरकार ने इस संबंध में परिवहन विभाग को निर्देश जारी किया गया है. कहा जा रहा है कि योगी सरकार श्रद्धालुओं में राम मंदिर उद्घाटन के लिए उत्साह पैदा करना चाहती है. बता दें कि योगी सरकार ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर एक समीक्षा बैठक की थी. बैठक के दौरान योगी सरकार की ओर से राज्य के मंदिरों में भजन, रामायण और रामचरितमानस का पाठ आयोजित करने का निर्देश दिया गया था. 

निर्देश के बाद UPSRTC ने बनाया प्लान

बताया जा रहा है कि योगी सरकार की ओर से मिले निर्देश के बाद UPSRTC ने खास प्लान तैयार किया है. इसके मुताबिक, राज्य की सरकारी बसों में साफ-सफाई का भी ध्यान रखा जाएगा. साथ ही टैक्सी और टूरिस्ट बस ड्राइवर्स को इसकी ट्रेनिंग भी दी जाएगी कि वे रामलला के भक्तों के प्रति किस तरह शालीनता और संवेदनशीलता बरतें. ट्रेनिंग के दौरान ड्राइवर्स को सेफ ड्राइविंग के लिए भी जरूरी टिप्स दी जाएगी. साथ ही निर्देश दिया जाएगा कि सभी ड्राइवर्स ड्रेस जरूर पहनें, वे किसी भी यात्री से तय से अधिक किराया न वसूले और न ही किसी प्रकार का नशा करें. ड्राइवर्स को सड़क सुरक्षा से संबंधित सभी जानकारियां भी दी जाएंगी. 

श्रद्धालुओं की मदद के लिए तैनात होंगे इंटरसेप्टर

जानकारी के मुताबिक, अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए अयोध्या के हर 200 किलोमीटर पर इंटरसेप्टर गाड़ियां तैनात की जाएंगी. इसके अलावा, अयोध्या से लखनऊ, गोरखपुर, सुल्तानपुर के बीच सभी टोल प्लाजा पर हेल्प डेस्क भी बनाया जाएगा. सेफ यात्रा के लिए परिवहन विभाग होर्डिंग, न्यूज पेपर, डिजिटल बैनर और सोशल मीडिया के जरिए सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक रूल्स के संबंध में जागरूकता फैलाएगी. साथ ही, राष्ट्रीय और राज्य मार्गों पर एंबुलेंस, पेट्रोलिंग वैन और अन्य सुविधाओं की तैनाती की जाएगी.