'बड़ा फैसला लेना होगा, हमारी स्थिति खराब है...', UP में हार के बाद अपने ही लोग BJP पर उठा रहे सवाल

UP BJP: 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यूपी में करारी हार मिली. अब बीजेपी के ही नेता अपनी पार्टी अपनी सरकार पर सवाल उठाने लगे हैं. एक विधायक ने तो यहां तक कह दिया है कि अभी बीजेपी की हालत बहुत खराब है और अगर बड़े फैसले नहीं लिए गए तो अगले चुनाव में बीजेपी के मुश्किल होने वाली है. इस विधायक ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से अपील की है कि उत्तर प्रदेश में बड़े फैसले लिए जाएं.

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उत्तर प्रदेश में पिछले 10 साल से लगातार ताकतवर हो रही भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 4 जून 2024 को बड़ा झटका लगा. 2014, 2017, 2019 और 2022 के चुनावों में जीत हासिल करती आ रही बीजेपी को उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटों पर नुकसान हुआ और समाजवादी पार्टी (SP) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. इसके बाद से ही यूपी बीजेपी में सब ठीक नहीं है. कभी सहयोगी दल आंख दिखा रहे हैं तो कभी अपने ही सवाल उठा रहे हैं. अब जौनपुर से विधायक रमेश चंद्र मिश्रा ने तो यहां तक कह दिया है कि अगर बड़े फैसले नहीं लिए गए तो 2027 के चुनाव में बीजेपी का हाल बुरा होगा. वहीं, प्रतापगढ़ जिले से पूर्व विधायक और मंत्री रहे मोती सिंह ने भी बीजेपी पर सवाल उठाए हैं.

इस बार के लोकसभा चुनाव में यूपी की 80 सीटों में से बीजेपी खुद 33 सीटें जीत पाई थी. उसके सहयोगी दलों को मिलाकर एनडीए को कुल 36 सीटों पर जीत मिली. वहीं सपा ने अकेले 37 और कांग्रेस को मिलाकर इस गठबंधन ने कुल 43 सीटों पर जीत हासिल की. 2022 में अकेले बहुमत लाने वाली बीजेपी के लिए ये नतीजे हैरान करने वाले थे. इसके बाद से टिकट बंटवारे पर सवाल उठे और मुख्मयंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ केंद्रीय नेतृत्व के सामने भी कई अहम सवाल खड़े हो गए.

क्या बोले रमेश चंद्र मिश्रा?

जौनपुर से बीजेपी के विधायक रमेश चंद्र मिश्रा ने कहा है, 'जैसा कि मैं समझता हूं कि आज की तारीफ में जिस तरह से पीडीए की बात चल रही है और सपा ने आम जन मानस में व्यापक भ्रामक स्थिति पैदा कर रखी है, उस हिसाब से तो बीजेपी की स्थिति अच्छी नहीं है. स्थिति अच्छी हो सकती है, उसके लिए केंद्रीय नेतृत्व को बड़े फैसले लेने होंगे. केंद्रीय नेतृत्व को उत्तर प्रदेश के चुनाव पर फोकस करना होगा. बीजेपी के एक-एक कार्यकर्ता को, एक-एक जनप्रतिनिधि को मन से लड़ना पड़ेगा नहीं तो 2027 में हम सरकार नहीं बना पाएंगे, हमारी स्थिति बहुत खराब है. इसलिए मेरा केंद्रीय नेतृत्व से निवेदन है, हम चाहते हैं, जनता चाहती है, आपकी कोर वोटर चाहते हैं कि 2027 में फिर से बीजेपी की सरकार बने इसलिए आपको बड़ा फैसला लेना होगा.'


प्रतापगढ़ जिले की पट्टी विधानसभा सीट के पूर्व विधायक और प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री ने अपनी ही सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं. राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह ने कहा है, 'हमें यह कहने में संकोच नहीं है कि मेरे 42 साल के राजनीतिक जीवन में तहसील और थाने के स्तर पर मैंने इतना भ्रष्टाचार न सोच सकते थे, न देख सकते थे, वह अकल्पनीय है. आप जा रहे हैं मोटरसाइकिल से, पकड़ ले रहा है. आप एक बल्ब ज्यादा जला ले रहे हैं, एक थाना हमने खोल दिया है, लुटेरे की तरह हमें लूट ले रहा है, धमकी दे रहा है, 135 का मुकदमा दर्ज करा रहा है.'

मोती सिंह ने भी उठाए सवाल

उन्होंने आगे कहा है, 'हम अपराध न करें और अपराधी हो गए, कोई हम हाथरस के बाबा हैं कि हम कह रहे हैं कि मेरे पैरों की धूल ले लो और घटना हो जा रही है. आप का अभिनंदन आपके माथे के चंदन की रक्षा के बाद ही संभव है. आप जहां अपने कंधे पर इस केसरिया कपड़े को रखें तो वहां सम्मान मिले. आप का काम हो न हो लेकिन इज्जत तो मिले.' बता दें कि मोती सिंह पट्टी में ही आयोजित मतदाता सम्मेलन में बोल रहे थे और बीजेपी के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. 

पहले मोती सिंह फिर रमेश चंद्र मिश्रा के ये वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी का प्रदेश नेतृत्व और दबाव में आ गया है. दूसरी तरफ, सीएम योगी अब प्रदेश भर में भ्रष्टाचार विरोधी अभियान चला रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी सरकारी दफ्तर में बिचौलिए और दलाल नजर नहीं आने चाहिए. इसके बाद कई जिलों में इस तरह के लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.