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आगरा एक्सप्रेसवे पर एक्सीडेंट में 18 की मौत, दूध कंटेनर से टकराई तेज रफ्तार बस

उत्तर प्रदेश के उन्‍नाव में बड़ा रोड़ एक्सीडेंट हुआ है. लखनऊ -आगरा एक्‍सप्रेसवे पर हुई इस दुर्घटना में डबल डेकर बस पीछे से कंटेनर में जा घुसी. इस हादसे में 18 की मौत हो गई है और 30 से ज्‍यादा घायल हो गए हैं. हादसे का शिकार बस बिहार के सीतामढ़ी से दिल्ली जा रही थी.

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Edited By: India Daily Live
Road Accident
Courtesy: Social Media

उत्तर प्रदेश के उन्‍नाव में बुधवार की सुबह बड़ा सड़क हादसा हुआ है. इस हादसे में कुल 18 यात्रियों की मौत हो गई है.  लखनऊ -आगरा एक्‍सप्रेसवे पर हुई इस दुर्घटना में डबल डेकर बस पीछे से कंटेनर में जा घुसी. इस हादसे में 18 की मौत हो गई है और 30 से ज्‍यादा घायल हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक बिहार के सीतामढ़ी से दिल्ली जा रही बस बुधवार की सुबह हादसे का शिकार हो गई है. इस घटना के बाद घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 

घटना स्थल पर मौजूद लोगों की मानें तो डबल डेकर बस अनियंत्रित होकर दूध कंटेनर से टकराई है, जिसके बाद यह हादसा हुआ है. हादसा इतना भीषण था कि इसे देखकर वहां ग्रामीण सहम गए और फिर पुलिस को सूचना दी गई. हादसे का शिकार स्लीपर बस बिहार के शिवगढ़ से दिल्ली की तरफ जा रही थी. यह घटना उन्नाव के थाना बेहटा मुजावर क्षेत्र के तहत आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर किलोमीटर संख्या-247 पर हुआ.

घटना की सूचना मिलते ही थाना बेहटा मुजावर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को बाहर निकाला. साथ ही इलाज के लिए सीएचसी बांगरमऊ में भर्ती करवाया. सभी घायलों का इलाज जारी है.  घटनास्थल पर पुलिस अधीक्षक उन्नाव, क्षेत्राधिकारी बांगरमऊ और अन्य थानों की पुलिस मौजूद है. जो बस का नंबर UP95 T 4720 और दूध से भरे कंटेनर का नंबर UP70 CT 3999 है. 

ऐसा लगा भूकंप आ गया

पुलिस ने बताया कि बस दूध के टैंकर को ओवरटेक कर रही थी. इसी दौरान बेकाबू होकर टैंकर को टक्कर मारते हुई पलट गई. बस में सवार यात्री मोहम्मद उर्स ने बताया कि मैं बिहार के शिवहर का रहने वाला हूं. हादसे के वक्त सो रहा था, तभी जोरदार आवाज हुई. ऐसा लगा भूकंप आ गया. मैं बस की दूसरी साइड बैठा था. बाल-बाल बच गया. पुलिस ने हादसे की सूचना तत्काल जिला मुख्यालय के साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम लखनऊ को दी.

14 मृतकों की पहचान हुई

हादसे के 14 मृतकों की पहचान हो चुकी है. मरने वालों में दिलशाद पुत्र अशफाक निवासी मोदीपुरम (मेरठ, यूपी), बीटू पुत्र राजेन्द्र निवासी भादूर (शिवहर, बिहार), रजनीश पुत्र रामविलास निवासी सीवान (बिहार), लालबाबू दास पुत्र रामसूरज दास, भरत भूषण कुमार पुत्र लाल बहादुर दास, बाबू दास पुत्र रामसूरज दास और रामप्रवेश कुमार निवासी हिरागा (शिवहर, बिहार), मो. सद्दाम पुत्रर मो. बशीर निवासी गमरोली (शिवहर, बिहार), नगमा पुत्री शहजाद, शबाना पत्नी मो. शहजाद निवासी भजनपुरा (दिल्ली), चांदनी पत्नी मो. शमशाद, मो. शफीक पुत्र अब्दुल बसीर, मुन्नी खातून पत्नी अब्दुल बसीक, और तौफीक आलम पुत्र अब्दुल बसीर निवासी शिवोली, मुलहारी आदि शामिल हैं. इनके अलावा अभी भी चार अन्य मृतकों की पहचान बाकी है.