नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रीमंडल ने बुधवार को पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए 13,000 करोड़ रुपए की मंजूरी दे दी. बता दें कि एक दिन पहले यानी 15 अगस्त पर पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से इस योजना के लिए बजट आवंटन करने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि सरकार अगले महीने से 13,000 से 15,000 करोड़ रुपए के आवंटन के साथ विश्वकर्मा योजना शुरू करेगी.
किसे मिलेगा इस योजना का लाभ
इस योजना का लाभ देश के लगभग 30 लाख पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को मिलेगा, जिनमें जुलाहे, लौहार, सुनार, धोबी और नाई शामिल हैं.
संचार मंत्री अश्निनी वैष्णव ने कैबिनेट बैठक के बाद कहा इस स्कीम के तहत कारीगरों को पहली खेप के तहत सस्ती दरों पर 1 लाख रुपए का ऋण दिया जाएगा, जबकि दूसरी खेप में 2 लाख रुपए का ऋण दिया जाएगा.
किस दर पर मिलेगा लोन
योजना के तहत सभी कारीगरों को 5 प्रतिशत की सस्ती दर पर लोन दिया जाएगा. बता दें कि पीएम मोदी ने मंगलवार को कहा था कि इस स्कीम को 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती पर लॉन्च किया जाएगा.
बजट 2023 में किया गया था ऐलान
साल 2023 में पेश किए गए बजट में विश्वकर्मा योजना का ऐलान किया गया था. पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता, पैमाने और पहुंच में सुधार करना और उन्हें घरेलू और वैश्विक मूल्य श्रृंखला के साथ एकीकृत करना है.
इस योजना का मकसद विशेष रूप से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़े समुदायों, महिलाओं, ट्रांसजेंडर और समाज के अन्य कमजोर वर्गों से संबंधित लोगों को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाना है.
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