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ताजमहल के गुंबद से पानी लीक; लगातार बारिश को लेकर IMD ने जारी किया अलर्ट

उत्तर पश्चिम और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को इन राज्यों में भारी बारिश के मद्देनजर स्थानीय अधिकारियों के लिए 'रेड' और 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किए हैं. वहीं आगरा में पिछले 48 घंटों से लगातार हो रही बारिश ने शहर के ऐतिहासिक स्मारकों को गंभीर रूप से नुकसान पहुँचाया है, जिसमें ताज महल भी शामिल है.

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Edited By: India Daily Live
MAUSAM
Courtesy: X

उत्तर पश्चिम और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है. जिसके कारण उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और गंगीय बंगाल के कई जिलों को अगले 12-24 घंटों में अचानक बाढ़ के खतरे के तहत रखा गया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को इन राज्यों में भारी बारिश के मद्देनजर स्थानीय अधिकारियों के लिए 'रेड' और 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किए हैं. 

IMD के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को बारिश का खतरा ज्यादा है. इसके साथ इनके कुछ जिलों में 'मध्यम से उच्च अचानक बाढ़' और अन्य क्षेत्रों में स्थानीय बाढ़ का खतरा दिनभर बना रहेगा. IMD ने बताया कि अगले 24 घंटों में अपेक्षित बारिश के कारण पूरी तरह से संतृप्त मिट्टी और निचले इलाकों में सतह पर बहाव या जलभराव हो सकता है. 

ताज महल के गुंबद में दरार की जांच की जा रही है

वहीं आगरा में पिछले 48 घंटों से लगातार हो रही बारिश ने शहर के ऐतिहासिक स्मारकों को गंभीर रूप से नुकसान पहुँचाया है, जिसमें ताज महल भी शामिल है. ASI ने गुरुवार को ताज महल के मुख्य गुंबद से पानी गिरने की सूचना मिलने के बाद अपनी टीम को निगरानी पर डाल दिया है. वहीं, ताज महल के आस-पास का बगीचा पूरी तरह से पानी से भर गया है.

मिली जानकारी के अनुसार, सुपरिटेंडिंग आर्कियोलॉजिस्ट राजकुमार पटेल ने शुक्रवार को बताया कि ताज महल के मुख्य गुंबद से पानी गिरने का पता लगाने के लिए एक जांच की जा रही है. उन्होंने कहा, 'मुख्य मकबरे के अंदर नमी देखी गई है. गुंबद के पत्थरों में एक बाल की दरार हो सकती है, जिसके कारण रिसाव हो रहा है. जहां पानी गिर रहा है, उस स्थान की जांच की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि यह स्थान निरंतर एक ही जगह पर है या कभी-कभी बदलता है क्योंकि ऐसी स्थिती में गुंबद की मरम्मत की जाएगी. बगीचा बारिश थमने के बाद फिर से सही किया जाएगा.