बेरोजगारी और कर्ज बना काल, हैदराबाद में दंपत्ति ने बच्चों समेत की खुदकुशी; इलाके में शोक
पुलिस ने एक व्यक्ति के द्वारा लिखा गया एक सुसाइड नोट प्राप्त किया है, जिसमें उसने अपनी वित्तीय और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का जिक्र किया है. यह नोट उसके मानसिक तनाव और कठिनाइयों की गंभीरता को दिखाता है.
Hyderabad Suicide: हैदराबाद के हब्सीगुडा इलाके में सोमवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां आर्थिक और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे एक दंपति ने पहले अपने दो मासूम बच्चों की हत्या की और फिर खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस के मुताबिक, 44 वर्षीय व्यक्ति और उसकी 35 वर्षीय पत्नी के शव उनके घर के अलग-अलग कमरों में पाए गए, जबकि उनके नाबालिग बेटे और बेटी के शव बिस्तर पर पड़े मिले.
आपको बता दें कि उस्मानिया यूनिवर्सिटी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर एन. राजेंद्र ने बताया कि रात करीब 9:30 बजे पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. प्रारंभिक जांच से पता चला कि दंपति ने पहले अपने बच्चों का गला घोंटा और फिर खुद को फांसी लगा ली.
आर्थिक तंगी और स्वास्थ्य समस्याओं से था परेशान
बता दें कि पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है, जो कथित तौर पर मृतक व्यक्ति द्वारा लिखा गया था. इसमें उसने अपने बिगड़ते करियर और गंभीर बीमारियों को आत्महत्या का कारण बताया.
सुसाइड नोट में लिखी दर्दभरी बातें
तेलुगु में लिखे नोट में उसने कहा, ''मेरी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है. मेरे पास अपनी जान लेने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था. कृपया मुझे माफ कर दें. मैं अपने करियर में संघर्ष कर रहा हूं और शारीरिक और मानसिक रूप से बेहद पीड़ित हूं. मैं मधुमेह, तंत्रिका संबंधी समस्याओं और गुर्दे की बीमारियों से जूझ रहा हूं.''
बेरोजगारी बनी आत्महत्या की वजह
पुलिस के अनुसार, यह परिवार मूल रूप से महबूबनगर जिले के कलवाकुर्ती ब्लॉक के मुकुरल्ला गांव का रहने वाला था और एक साल पहले हब्सीगुडा में आकर बसा था. मृतक व्यक्ति पहले एक निजी कॉलेज में लेक्चरर था, लेकिन बीते छह महीनों से बेरोजगार था. लंबे समय से आर्थिक संकट और बढ़ते कर्ज के कारण वह मानसिक तनाव में था.
पुलिस ने दर्ज किया संदिग्ध मौत का मामला
हालांकि, घटना के बाद पुलिस ने चारों शवों को गांधी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मामले की जांच जारी है, और पुलिस ने संदिग्ध मौत का मामला दर्ज कर लिया है.