UK Family Visa: ब्रिटेन की ऋषि सुनक सरकार एक नया नियम लेकर आई है. इसके मुताबिक, अगर आप ब्रिटेन में रहते हैं और फैमिली वीजा पर अपने परिवार या फिर रिश्तेदारों को वहां बुलाना चाहते हैं, तो आपकी आय एक निश्चित सीमा तक होनी चाहिए. नए नियम के मुताबिक, अगर आपकी आय 29000 पाउंड यानी 30.30 लाख रुपये है, तभी आप फैमिली वीजा के लिए अप्लाई कर सकते हैं. यूके सरकार की ओर से फैमिली वीजा के लिए जो इनकम लिमिट तय की गई है, उसका क्या मतलब है?
दरअसल, सुनक सरकार ने जिस इनकम लिमिट को बढ़ाया है, वो करीब 55 फीसदी है. इससे पहले फैमिली वीजा के लिए इनकम लिमिट 18,600 पाउंड यानी 19.44 लाख रुपये थी. यूनाइटेड किंगडम ने गुरुवार को घोषणा की कि प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की इमिग्रेशन लेवल में कटौती की योजना के हिस्से के रूप में ये फैसला लिया गया है. तत्काल प्रभाव से, इनकम लिमिट को 18,600 पाउंड से बढ़ाकर 29,000 पाउंड कर दिया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2025 की शुरुआत में इसके 38,700 पाउंड तक पहुंचने की संभावना है.
ब्रिटेन के मंत्री जेम्स क्लेवरली ने नए नियम के पीछे के तर्क को समझाते हुए कहा कि बड़े पैमाने पर इमिग्रेशन से पैदा होने वाले तनाव को कम करना जरूरी है. इनकम लिमिट में बदलाव के अलावा, यूके सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) तक पहुंचने वाले विदेशी नागरिकों के लिए हेल्थ ओवरलोड में 66 प्रतिशत की बढ़ोतरी भी की है. साथ ही साथ छात्र वीजा पर भी कड़े नियम लागू किए हैं. फिलहाल, यूनाइटेड किंगडम में इमिग्रेशन का आंकड़ा 7 लाख 45 हजार के करीब है. सुनक सरकार इसे घटनाकर 3 लाख तक पहुंचाना चाहती है.
दरअसल, ब्रिटेन में प्रवासियों की संख्या को कम करने के लिए वीजा के नियमों को सख्त बनाने की कोशिशें पिछले साल दिसंबर में ही शुरू हो गई थी. ब्रिटेन के गृह मंत्री जेम्स क्लेवरली ने 8 दिसंबर 2023 को हाउस ऑफ कॉमन्स (निचला सदन) में नए नियमों को सदन के पटल पर रखा था.
उन्होंने कहा था कि पिछले साल के मुकाबले फ्यूचर में करीब 3 लाख कम प्रवासी ब्रिटेन आएंगे. TOI की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय वीजा लेने के मामले में मेडिकल प्रोफेशनल्स, स्टूडेंट्स के साथ-साथ स्किल्ड वर्कर सबसे आगे हैं.
ऋषि सुनक सरकार के नए नियम का भारतीयों पर असर पड़ना तय है. 2011 की जनगणना के मुताबिक, ब्रिटेन में भारतीयों की संख्या 14 लाख से ज्यादा है, जो ब्रिटेन की आबादी का ढाई फीसदी है. भारतीयों के अलावा, करीब 3.5 लाख NRI भी ब्रिटेन में रहते हैं.