'क्या आप भाजपा के हिंदुत्व से सहमत हैं?', उद्धव ठाकरे का RSS चीफ मोहन भागवत पर हमला
Uddhav Question To Bhagwat: नागपुर में एक सार्वजनिक भाषण के दौरान शिवसेना (UBT) चीफ उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर उनके खिलाफ साजिश रचने और गौतम अडानी को संपत्ति बेचने का आरोप लगाया. उन्होंने केंद्रीय मंत्री अमित शाह को अपनी योजनाओं को सार्वजनिक करने की चुनौती दी. ठाकरे ने भाजपा पर फर्जी हिंदुत्व विचारधारा और अपने सहयोगियों से जुड़े संदिग्ध भूमि सौदों का भी आरोप लगाया.
Uddhav Question To Bhagwat: शिवसेना (UBT) चीफ उद्धव ठाकरे ने नागपुर में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में सार्वजनिक भाषण के दौरान आक्रामक हमला किया. उन्होंने भाजपा पर उनके खिलाफ साजिश रचने और व्यवसायी गौतम अडानी को 'संपत्तियां बेचने' का आरोप लगाया. ठाकरे ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने बुधवार को नागपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें उद्धव और शरद पवार की पार्टी को बूथ स्तर पर तोड़ना चाहिए. नागपुर से करीब 30 किलोमीटर दूर कलमेश्वर में भीड़ को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि मैं अमित शाह को चुनौती देता हूं कि वे बंद कमरे में यह योजना बनाना बंद करें और यह सब खुलेआम कहें.
उन्होंने भीड़ को उकसाते हुए कहा कि शाह मुझे राजनीतिक रूप से खत्म करना चाहते हैं, क्या आप ऐसा होने देंगे? भीड़ से 'नहीं' के जोरदार जवाब के बाद ठाकरे ने कहा कि और नागपुर में वह व्यक्ति (देवेंद्र फडणवीस), मैं चाहता हूं कि वह इस चुनाव में अपनी जमानत खो दे. आप सभी को यह सुनिश्चित करना होगा. उद्धव ने कहा कि अगर कोई अफजल खान की तरह व्यवहार करता है, तो, मैं जवाब में अपना वाघ-नख निकालूंगा.
उद्धव बोले- भाजपा की हिंदुुत्व की बात झूठी है
पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा की हिंदुत्व की बात झूठी है. भाजपा कहती है कि मैंने उनके साथ गठबंधन तोड़ने के बाद से हिंदुत्व की विचारधारा को छोड़ दिया है. लेकिन 2014 में, यह भाजपा का दिल्ली नेतृत्व था जिसने आखिरी समय में गठबंधन तोड़ दिया था. हम सीट बंटवारे की बातचीत में अंतिम चार या पांच सीटों पर थे जब एकनाथ खडसे ने मुझे फोन किया और कहा कि केंद्रीय नेतृत्व गठबंधन नहीं चाहता है. जब आपने गठबंधन तोड़ा, तो क्या मैं तब हिंदू नहीं था?
उन्होंने कहा कि भगवा पार्टी अब उन लोगों के साथ गठबंधन कर रही है जो कभी उसके प्रतिद्वंद्वी हुआ करते थे, उनका इशारा अजित पवार की ओर था. ठाकरे ने कहा कि मैं मोहनजी (भागवत) से पूछना चाहता हूं कि क्या आप भाजपा के हिंदुत्व से सहमत हैं? क्या भाजपा के लिए यही आपका दृष्टिकोण है?
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि भाजपा और उसके 'मित्र' कम से कम कीमत पर कीमती जमीन हड़प रहे हैं. ठाकरे ने कहा कि वे आपको दंगों और विवादों में व्यस्त रखते हैं, जबकि उनके साथी बड़ा हिस्सा ले जाते हैं...(देखिए) जिस तरह से अडानी को धारावी (पुनर्विकास परियोजना) मिली, लेकिन भाजपा में अन्य लोग भी हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के संगठन को कोराडी में सस्ती दरों पर जमीन मिली. ठाकरे ने बावनकुले के सौदे के बचाव पर हमला करते हुए कहा कि सरकार को बावनकुले की जमीन के बगल में हमारे आदमी को उसी कीमत पर जमीन देनी चाहिए, देखते हैं कि वे ऐसा कर पाते हैं या नहीं.
उद्धव ने पूछा- क्या अडानी कोई राष्ट्रीय संत हैं?
ठाकरे ने कहा कि जिस तरह से अडानी को 'सब कुछ' दिया जा रहा है, उससे लगता है कि वह सिर्फ़ एक व्यवसायी नहीं हैं. ठाकरे ने कहा कि क्या अडानी कोई राष्ट्रीय संत हैं कि आप (बीजेपी) उन्हें सब कुछ दे रहे हैं? बीजेपी कहती है एक राष्ट्र एक चुनाव, लेकिन उनका असली नारा है एक राष्ट्र, एक ठेकेदार. उन्हें सब कुछ दो.
मुंबई विश्वविद्यालय चुनावों में अपनी पार्टी की पूरी जीत के बारे में बात करते हुए ठाकरे ने कहा कि चूंकि ईवीएम नहीं थे, इसलिए बीजेपी से जुड़े संगठन बुरी तरह हार गए. उद्धव ने रामटेक से लोकसभा उम्मीदवार रश्मि बर्वे का जाति प्रमाण पत्र रद्द करने के लिए सरकारी अधिकारियों की भी आलोचना की. उद्धव का कार्यक्रम रामटेक संसदीय क्षेत्र में था. ठाकरे ने कहा कि जबकि वह उस समय चुनाव नहीं लड़ सकती थीं, कुछ दिन पहले हाई कोर्ट ने उनका प्रमाण पत्र बहाल कर दिया और कहा कि पिछला निर्णय अनुचित था. मैं उन अधिकारियों को सलाखों के पीछे देखना चाहता हूं जिन्होंने उनका जाति प्रमाण पत्र रद्द किया, तभी मैं मानूंगा कि यहां अभी भी लोकतंत्र है.
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