पटना: बिहार सरकार के पर्यटन विभाग के विज्ञापन में एक टाइपो ने बवाल काट दिया. गलती ने बीजेपी को मौका दिया. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राज्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार के बीच विवाद का मुद्दा बन गई. अखबार में आए विज्ञापन के शीर्षक में स्पेलिंग मिस्टेक था, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. लोगों ने काफी खिल्ली उड़ाई. यूजर्स विज्ञापन को शेयर कर मजे ले रहे हैं.
विज्ञापन का शीर्षक कंटेंट राइटिंग कॉन्टेस्ट (Content writing contest) दिया गया. बोल्ड और बड़े अक्षरों में प्रकाशित विज्ञापन के मुख्य शीर्षक गलती देखी गई. यहां WRITING की स्पेलिंग गलत (WRITTING) लिखी गई. यह गलत विज्ञापन अग्रेंजी और हिंदी के कई अखबारों में प्रकाशित भी हो गया.
विज्ञापन बिहार में मुद्दा बन गया है. पर्यटन विभाग की जमकर किरकिरी हो रही है. बीजेपी ने तुरंत गलती पकड़ ली. पार्टी के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने कहा कि यह गलती इस बात का संकेत है कि बिहार की महागठबंधन सरकार को "अनपढ़ और गैर-जिम्मेदार" चला रहे हैं। तेजस्वी यादव, जो राज्य के पर्यटन मंत्री भी हैं, ने इस मामले पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की।
राजद ने भी इस मामले पर भाजपा पर हमला बोला है. राजद ने बीजेपी को तेजस्वी-फोबिया करार दिया. पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी यादव हमारे काम को देखकर घबरा गई है. इसलिए इस तरह की राजनीति पर उतर आई है. इस विवाद में जेडीयू ने भी बीजेपी पर पलटवार किया.